ठग खुद बन गए ठगी के शिकार! सोने की मूर्ति बताकर 16 लाख रुपये में बेचा, खरीददार ने थमा दिया बच्चों के खेलने वाल
बिजनौर
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में ठग खुद ठगी का शिकार बन गया। दरअसल ठग ने सोने की मूर्ति बताकर बेचा। वहीं खरीददारों ने बच्चों के खेलने वाले नकली नोट थमा दिया। पुलिस ने चार आरोपियों को भगवान महावीर की मूर्ति खरीदते और 16 लाख रुपये के नकली नोट साथ पकड़ा है। हालांकि मूर्ति बेचने वाला मौके से फरार हो गया।
ये मामला मंडावर थाना क्षेत्र का है। प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने कितपुर गांव से वसीम, नाजिम, युनूस, गहागीरवाला को भगवान महावीर की मूर्ति का सौदा करते हुए रविवार को दबोच लिया था। एसएसपी ग्रामीण के मुताबिक ठग सोने की मूर्ति बताकर लोगों के साथ ठगी करते थे। पकड़े गए युवकों को ठग ने भगवान महावीर की मूर्ति सोने की बताई थी। लेकिन ठगों से बड़े ठग ये युवक निकले जिन्होंने मूर्ति खरीदने के लिए नकली नोट ले गए थे। नोटों के बंडल के दोनों और असली नोट लगा रखा था जिससे पकड़ में ना आएं।
एसएसपी ग्रामीण राअर्ज और सीओ सिटी अनिल कुमार सिंह ने पुलिस लाइन में खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों के पास से पीली धातु की प्रतिमा और 15 लाख 83 हजार 50 रुपये के नकली नोट मिला है। जिसमें 1400 के असली नोट भी थे। पकड़े गए अभियुक्तों में दो भट्टा संचालक और एक पूर्व प्रधानपति है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि फरार आरोपी समेत अन्य पर धोखाधड़ी को लेकर पहले भी मुकदमें दर्ज हो चुके हैं।