नए वर्ष जनवरी में भेल सोलर प्लांट का काम हो जायगा पूरा
भोपाल
भेल ने बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने के लिए कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। पहला कदम गोविंदपुरा ए-सेक्टर में चल रहे पांच मेगावाट का सोलर प्लांट लगाना है। तेजी से इस सोलर प्लांट का काम पूरा करने का काम किया जा रहा है। नए वर्ष जनवरी में सोलर प्लांट लग जाएगा। सोलर प्लांट पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अच्छा कदम साबित होगा। 20 एकड़ क्षेत्र में फैले इस सोलर प्लांट से प्रतिवर्ष 79 लाख किलोवाट बिजली का वार्षिक उत्पादन होगा। बिजली के बिल में प्रतिवर्ष लगभग 5.5 करोड़ रुपए की बचत होगी। 22 करोड़ से बन रहे सोलर प्लांट के काम का अवलोकन भेल दिल्ली मुख्यालय से आकर सीएमडी डॉ नलिन सिंघल देख चुके हैं। उन्होंने यह प्रोजेक्ट सफल होने पर आगामी वर्ष में भेल व टाउनशिप में अन्य सोलर प्लांट लगाने के संकेत दिए हैं।
वर्ष में 20 करोड़ की बिजली खरीदता है
वर्तमान में भेल मप्र सरकार से बिजली खरीदता है। इसके एवज में भेल प्रबंधन बिजली कंपनी को हर वर्ष करीब 20 करोड़ रु पये देता है। यदि आगामी समय में लगने वाले सोलर प्लांट से बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनता है तो हर वर्ष भेल 20 करोड़ रु पये की बचत कर सकेगा। भेल के हबीबगंज, बरखेड़ा, पिपलानी में 5-5 मेगवाट के सोलर प्लांट लग गए तो भेल अपने लिए बिजली उत्पादन में आत्म निर्भर बन जाएगा।