कोरोना संक्रमण से बचने 4 गुना बढ़ा वैक्सीनेशन, जेपी में मॉक ड्रिल 27 दिसंबर को
भोपाल
कोरोना की तैयारियों को लेकर जेपी अस्पताल में 27 दिसंबर को मॉक ड्रिल होगी। इसमें बेड कैपेसिटी जैसे आइसोलेशन वार्ड, बेड, आॅक्सीजन सपोर्ट वाले आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर समर्थित बेड से लेकर मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, आयुष डॉक्टर और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर, जिनमें आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल होंगे।
इसके अलावा आॅक्सीजन कंसंट्रेटर्स, आॅक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, लिक्विड मेडिकल आॅक्सीजन स्टोरेज टैंक, मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम सही हो और चलते हो इसको भी देखा जाएगा। इससे तैयारियों की कमी का लगाया जा सकेगा। इस संबध में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने अस्पताल पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने जेपी अस्पताल में कोरोना की जांच और इलाज के इंतजामों की समीक्षा की। इस दौरान मंत्री ने अस्पताल में बीते साल बने आॅक्सीजन प्लांट, वार्ड और आईसीयू का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव से टेस्टिंग और वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी ली।
अधीक्षक बोले
जेपी अस्पताल अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि बीते पांच दिन में कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या में चार गुना बढ़ी है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को अस्पताल में बने वैक्सीनेशन सेंटर पर बमुश्किल 30 से 35 लोग कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज लगवाने आ रहे थे। इनकी संख्या 150 से ज्यादा हो गई। वैक्सीनेशन कराने वालों की संख्या में यह बढ़ोतरी चीन में तेजी से बढ़े कोविड संक्रमण के बाद भारत में जारी हुए अलर्ट के कारण हुई है।