छत्तीसगढ़ चालक संघ ने आप का दामन थामा
रायपुर
छत्तीसगढ़ निजी चालक संघ ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। राजधानी में एकता मंच के सैकड़ों निजी वाहन चालकों ने प्रदेश अध्यक्ष कोमल हूंपिंडी व विजय कुमार झा की उपस्थिति में आम आदमी पार्टी में प्रवेश किया।
आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी एवं विजय कुमार झा ने कहा है कि पूर्व महापौर तरुण चटर्जी के कार्यकाल में रायपुर राजधानी के सभी सड़कों को बीचो-बीच लगभग 15 फीट गहरा खोदकर सीवर लाइन पाइप अंडरग्राउंड नाली बनाने हेतु खोदा गया था। 30 वर्ष पूर्व उस कार्य में करोड़ों रुपए लगे थे। आज वह अरबों रुपए के बराबर है, किंतु प्रदेश की जनता का दुर्भाग्य है कि वह सीवर लाइन आज तक चालू नहीं हो सकी है। बल्कि कुछ परिवार उस पाइप से पानी लेकर गंदा पानी पीने, नहाने, कपड़ा धोने का उपयोग करते हैं।
इसी प्रकार पूर्व लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत के कार्यकाल में पूरे राजधानी में करोड़ों रुपए खर्च कर स्काईवॉक बनाया गया था। उस स्काईवॉक को दोनों राजनीतिक दल बनाए रखा जाए या तोड़ा जाए इस चिंता में जनता की करोड़ों रुपए को फंसा कर अनुपयोगी बनाया है। अब वर्तमान में नल जल योजना के अंतर्गत गली मोहल्ले में खुदाई लगातार जारी है। खोदने के बाद उसे पाटा नहीं जा रहा है, पटने के बाद नल कनेक्शन देकर वैसे ही छोड़ दिया गया है। जिसके कारण एक तरफ अनेक घटनाएं हो रही हैं, दूसरी तरफ वाहन चालकों के वाहनों के साकअप टूट रहे हैं। उक्त दोनों असफल योजनाओं को देखकर वर्तमान में करोड़ों रुपए लगाए जा रहे इस नल जल योजना में सड़क की खुदाई के बाद आने वाली सरकार इसका उपयोग करेगी अथवा नहीं यह संशय बना हुआ है। कुल मिलाकर प्रदेश की जनता सड़कों पर नहीं गड्ढों पर चल रही है। इसलिए लोग पूछते हैं कि सड़कों पर गड्ढे हैं कि गड्ढों पर सड़कें हैं। प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री का दर्शन दुर्लभ हो गया है। आज राजधानी स्थित मुख्यालय में एकता मंच के सैकड़ों वाहन चालकों ने सूर्या साहू, आर्य वर्मा, कपिल परते, सीताराम साहू के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी में प्रवेश किया। जिनका प्रदेश अध्यक्ष कोमल हूंपेंडी एवं आप पार्टी नेता विजय कुमार झा ने टोपी पहनाकर हार्दिक स्वागत किया। सड़क खुदाई में सहयोगी लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू एवं ठेकेदार से राज्यपाल को शपथ पत्र लेने की मांग की है कि यदि यह नल जल योजना खुदाई असफल होता है, तो इनकी निजी संपत्ति से इसकी वसूली की जाए।