सावधान! डेढ़ गुनी बिजली खा रहे प्रीपेड मीटर, उपभोक्ता चुका रहे ज्यादा बिल
कानपुर
कानपुर में प्रीपेड मीटर डेढ़ गुना बिजली खा रहा है। 3800 हर माह का बिल देने वालों का बिल 5400 रुपये तक आ रहा है। किसी का हर माह 900 रुपये आने वाला बिल 9000 रुपये तक आ गया। प्रीपेड मीटरों से जुड़ी रोज 50 से शिकायतें आ रही हैं। मीटर बदलने की डिमांड पर अभी मीटर नहीं है, कहकर टरकाया जा रहा है।
बिजली घर स्थित बिल कलेक्शन सेंटर के काउंटर नंबर चार कम्प्लेन सेल में शिकायत करने आए कर्नलगंज के अरशद बोले, पिछले साल 900 के आसपास बिल आया था। प्रीपेड लगाने के बाद पहला बिल ही 9000 का आ गया। बकाया का मैसेज के साथ बिजली काट दी गई। कंप्लेन को आए तो पहले तो सब स्टेशन पर राय दी गई कि बकाया पैसा जमा कर दे। बिजली जुड़ जाएगी। मीटर की चेकिंग कराकर समस्या का निस्तारण करा दिया जाएगा। धनराशि ज्यादा होने पर जमा नहीं की तो समस्या खड़ी हो गई। रोज शाम को बिजली कट जाती है। शिकायत पर बिजली जोड़ दी जाती थी फिर शाम तक कट जाती है। जवाब मिलता है कि ऑटो कट सिस्टम है। बढ़े बिल की समस्या से पीड़ित अफजाल को सेंटर के स्टाफ ने हेल्प लाइन 9650071912 पर शिकायत की सलाह दी। औसत 50 से ज्यादा यहां शिकायतें आती हैं।
चमनगंज निवासी फारुख का मीटर प्रीपेड होने के बाद 1600 रुपये ज्यादा बिल आ रहा है। जब से मीटर प्रीपेड हो गया,बिल की रीडिंग बढ़ गई है। विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। पहले हर साल अक्तूबर व नवंबर में औसत 3700 या 3800 रुपये बिल आता था। इस वर्ष अक्तूबर में 5345 रुपये व नवंबर में 5402 रुपये बिल आया है। बिजलीघर में शिकायत की है तो मीटर चेकिंग कराने का आश्वासन दिया है।
कर्नलगंज निवासी अरशद के मुताबिक पहले लगा स्मार्ट मीटर ठीक न होने की शिकायत की। इस पर इस वर्ष ही अक्तूबर में प्रीपेड मीटर लगा दिया गया। पहला बिल ही 9000 रुपये आ गया। इससे पूर्व में अक्तूबर या नवंबर में हर साल 900 रुपये के आसपास बिल आता था। केस्को के ऑनलाइन नंबर पर शिकायत कर अधिकारियों से संपर्क किया। चेकिंग भी की गई। समस्या का समाधान नहीं हुआ।
बेकनगंज के अफजाल ने दो माह पहले ही प्रीपेड कनेक्शन लिया है। बिल ज्यादा आने पर अफजाल बिजली घर के काउंटर नंबर चार पर शिकायत करने पहुंचे। अफजाल का कहना है कि मैसेज न आने पर बैलेंस भी पूछना पड़ा। पिछले साल अक्तूबर में 2305 रुपये व नवंबर में 2407 रुपये बिल आया था। प्रीपेड मीटर लगने के बाद इस वर्ष मीटर का बिल 1000 रुपए तक बढ़कर आया है।
दो साल पहले स्मार्ट मीटर लगाया था। बिल का मैसेज न आने पर संपर्क किया तो कहा कि मीटर बाहर की दीवार पर लगाए। नेटवर्क नहीं पकड़ रहा है। मीटर बाहर लगाने के बाद भी नेटवर्क की समस्या है। पिछले अक्तूबर व नवंबर के माह के बिल से तुलना करे तो 500 रुपये तक बिल ज्यादा है। शिकायत पर जांच में विभाग की टीम ने कहा कि मीटर में कोई कमी नहीं है। लोड बढ़ा होगा। चेक करें।
केस्को मीडिया प्रभारी, चंद्रशेखर अंबेडकर ने कहा कि दो साल स्मार्ट मीटर पर रोक रही है। अक्तूबर से 4 जी मीटर लग रहे हैं। समस्या का निदान भी तेजी से किया जा रहा है। उपभोक्ता के जागरूक न होने पर भी समस्या आ रही है। 1.17 लाख प्रीपेड मीटर लग चुके हैं। मार्च तक 1.50 मीटर लग जाएंगे। पौने पांच लाख उपभोक्ता को इस वर्ष ही प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है।