पापा शराब मत पीना, उस शिक्षक को जरूर जेल भिजवाना, सुसाइड नोट लिखकर छात्र ने लगा ली फांसी
सीधी
मध्य प्रदेश में सीधी के नवोदय स्कूल में पढ़ने वाले आठवीं के छात्र ने खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने से पहले छात्र ने एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने अपने पापा से गलती माफ करने का आग्रह करते हुए टीचर को सजा दिलाने की मांग की है। छात्र ने लिखा कि क्लास में दूसरे छात्र का सामान चुराने पर शिक्षक के जलील करने से दुखी होकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया है। फिलहाल पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।जिसमें उसने अपने पापा से गलती माफ करने और शराब ना पीने का आग्रह करते हुए शिक्षक को जेल भिजवाने की मांग की है।
दूसरे छात्र का सामान चुराने के बाद हुआ जलील
पूरा मामला सीधी जिले के पड़खुरी 588 गांव का है। अमित प्रजापति नवोदय विद्यालय चुरहट में आठवीं कक्षा का छात्र था। उसने क्लास के एक अन्य छात्र का कोई सामान चुरा लिया था। इसकी शिकायत छात्र ने टीचर से कर दी। टीचर ने जब उसकी जांच की, तो सामान उससे बरामद हुआ। 19 दिसंबर को टीचर अजीत पांडे ने क्लास में दूसरे छात्रों के सामने अमित को बेइज्जत किया था। इससे उसके मन पर गहरा प्रभाव पड़ा। इसी के बाद से वह तनाव में था। तनाव के चलते उसने घर पर फांसी लगा ली।
14 दिन बाद लगा ली फांसी
20 दिसंबर को स्कूल प्रबंधन ने चोरी की बात अमित के परिवार को बताई। उसके पापा स्कूल आए और 20 दिसंबर को ही अमित को घर ले गए। अमित की मां ने काफी समझाया कि गलतियां हो जाती हैं। तुम अपना मन खराब ना करो, लेकिन अमित दोस्तों के सामने की गई बेइज्जती भूल नहीं पा रहा था। घटना के 14 दिन बाद उसने फांसी लगा ली।
घर में सबसे छोटा था अमित
अमित के घर में मां-पिता के अलावा दो भाई और एक बहन हैं। वह सभी भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उसके पिता छत्तीसगढ़ में मिट्टी की ईंट बनाने का काम करते हैं। जब बच्चे की मौत हुई, उस समय वह छत्तीसगढ़ में ही थे।
गलती माफ नहीं की जा सकती क्या
अमित ने आत्महत्या करने से पहले जो सुसाइड नोट छोड़ा है, उसमें उसने लिखा है- प्रणाम पिताजी। मेरे को पता है कि आपको बहुत दुख होगा। मैंने यह रास्ता इसलिए अपनाया क्योंकि मैं बहुत गंदा हो चुका था। अंदर से मैं अपनी गंदी आदत को नहीं छुड़ा पाया। मुझे बहुत ज्यादा स्ट्रेस हो गया था। मुझे बार-बार अपने सर अजीत पांडे की याद आ रही थी। अच्छा एक बात बताइए। कभी गलती हो जाए तो माफ नहीं किया जा सकता। मुझे ऐसा लगता है कि गलती माफ की जा सकती है। उस दिन मुझसे गलती हो गई थी, तो उन्होंने मुझे बहुत गंदी-गंदी गाली दी थी। सभी लड़कों को नीचे भेजकर मुझे बहुत बुरा-भला कहा था। मेरे मम्मी-पापा को भिखारी और भी बहुत बुरा-भला कहा। उन्होंने मुझसे कहा कि जहर खाकर मर जा या कहीं जाकर फांसी लगा लो।
पुलिस कर रही कार्रवाई
अपने टीचर की बातों से आहत होकर छात्र ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया। फिलहाल पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।