ऐक्शन के नाम पर शिक्षकों का शोषण तो नहीं हो रहा? महानिदेशक ने 25 जिलों के बीएसए से किया जवाब तलब
लखनऊ
प्राइमरी स्कूलों के सघन जांच अभियान में दोषी पाए गए शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का निस्तारण अधिकारी नहीं कर रहे। महानिदेशक विजय किरन आनंद ने 25 जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि बीएसए सुनिश्चित करे कि इसकी आड़ में कहीं शिक्षकों का शोषण तो नहीं हो रहा।
शनिवार को उन्होंने इन 25 जिलों के बीएसए को निर्देश दिए हैं कि इससे साफ है कि 18 जुलाई से 20 अक्तूबर के बीच विशेष निरीक्षण अभियान में शिक्षकों के खिलाफ की गई कार्रवाई के निस्तारण करने के आदेश दिए गए थे। इस दौरान जिन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, वह उनके शोषण का आधार न बने इसलिए निस्तारण तत्काल किया जाना था। लेकिन आदेशों के बावजूद अधिकारी शिक्षकों के खिलाफ की गई कार्रवाई के निस्तारण में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। काफी संख्या में अब भी मामले अनिस्तारित हैं।। उन्होंने कहा है कि एक हफ्ते के भीतर इसका निस्तारण कर महानिदेशक कार्यालय में रिपोर्ट भेजे। अन्यथा की स्थिति में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अलीगढ़, अम्बेडकर नगर, आजमगढ़, बदायूं, बहराइच, बांदा, बाराबंकी, बरेली. अयोध्या, फिरोजाबाद, हाथरस, जौनपुर, कौशाम्बी, मैनपुरी, मऊ, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, सहारनपुर, संतकबीर नगर, शाहजहांपुर श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, वाराणसी, सम्भल और शामली के बीएसए ने काफी संख्या में ऐसे मामलों का निस्तारण नहीं किया है।