ब्राजील संसद भवन,सुप्रीम कोर्ट में शर्मनाक हरकत, घुसी भीड़,जमकर मचाया उत्पात
ब्रासीलिया
ये तस्वीरें ब्राजील की हैं, जहां ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो(Jair Bolsonaro) के समर्थकों को चुनाव में हार बर्दाश्त नहीं हुई और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट, संसद और राष्ट्रपति भवन पर हमला बोल दिया। यह घटना ठीक अमेरिका जैसी है, जब 2021 में राष्ट्रपति का चुनाव हारने पर डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों ने यूएस कैपिटल पर धावा बोलकर लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को तहस-नहस करने की कोशिश की थी। ब्राजील के मीडिया के अनुसार, बोल्सोनारो के समर्थकों ने राजधानी ब्राजीलिया की बिल्डिंगों में जमकर तोड़फोड़ की है। फेडरल डिस्ट्रिक्ट (PDCF) की सिविल पुलिस ने 8 जनवरी को बताया कि उसने कांग्रेस, प्लानाल्टो पैलेस और फेडरल सुप्रीम कोर्ट (STF) के हमलों के बाद 170 लोगों को गिरफ्तार किया है।
8 जनवरी को बोल्सोनारो के समर्थकों ने राजधानी ब्रासीलिया में जमकर उपद्रव किया। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
ब्राजील की घटना पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेद जताया है। उन्होंने कहा कि वह इस घटना को लेकर गहरी चिंता में हैं। नरेंद्र मोदी ने चुनाव में मिली जीत के बाद शपथ ग्रहण करने वाले राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा के नेतृत्व वाली ब्राजील सरकार को अपना समर्थन दिया।
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा(Brazilian president Luiz Inácio Lula da Silva) ने राजधानी ब्रासीलिया में इस असाधारण राजनीतिक हिंसा के बाद राष्ट्रपति पैलेस का दौरा किया, जहां हजारों चरमपंथियों ने दंगा किया था।
पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों द्वारा किया गया सामूहिक हमला एक आश्चर्यजनक सुरक्षा उल्लंघन(stunning security breach) करार दिया गया है, जिसकी तुलना 6 जनवरी 2021 में डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों द्वारा यूएस कैपिटल पर आक्रमण से की गई है।
हमले के समय राष्ट्रपति लूला ब्रासीलिया में नहीं थे। हालांकि उन्होंने इस अराजकता के लिए बोल्सोनारो को दोषी ठहराते हुए एक आक्रामक भाषण दिया। उन्होंने वादा किया कि हिंसा में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। ब्राजील की मीडिया के अनुसार, बोल्सोनारो के हजारों समर्थकों ने ब्राजीलियन सेना के बनाए गए सुरक्षा घेरों को तोड़ते हुए संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट और प्रेसिडेंट हाउस में जमकर तोड़फोड़ की। वे अपने हाथों में ब्राजील का राष्ट्रीय झंडा लिए थे। जवाब में पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।