कड़ाके की ठंड से 10 जिले का हाल बेहाल, विमान-ट्रेन बेपटरी; कल तक राहत की उम्मीद नहीं
पटना
तीव्र स्तर के शीतलहर के प्रभाव के बीच बिहार के 10 जिले कड़ाके की ठंड झेल रहे हैं। पटना में घने कोहरे के बीच सोमवार को चौथे दिन शीत दिवस की स्थिति रही। गया, भागलपुर, पूर्णिया और दरभंगा तीन दिनों से ठंड से बेहाल हैं। पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, फारबिसगंज और मोतिहारी में भीषण शीतदिवस की स्थिति बनी हुई है। भागलपुर और गया में शीत दिवस और शीतलहर दोनों स्थितियां रहीं जबकि पटना और छपरा में शीत दिवस बना हुआ है। इन शहरों में मंगलवार को भी यही स्थिति रह सकती है। 11 जनवरी तक राज्य में घने कोहरे और शीतलहर का कहीं ऑरेंज अलर्ट तो कहीं शीत दिवस का येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्यभर में सर्द मौसम और शीतलहर का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है।
सोमवार को पटना में घना कोहरा रहा। इससे दृश्यता मात्र 50 मीटर रही। आंशिक धूप निकली पर अधिकतम तापमान मात्र 12.8 डिग्री दर्ज किया गया। पटना में इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले दो दिनों तक मौसम में विशेष बदलाव के आसार नहीं हैं। दो दिनों तक प्रदेश में ठंड व घना कोहरे का प्रभाव देखने को मिलेगा।
कब तक मिलेगी राहत
मौसम विभाग के अनुसार 11 जनवरी की शाम तक मौसम में विशेष बदलाव के आसार नहीं दिख रहे हैं। 12 जनवरी को पूरे राज्य में तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी। इससे पहले घना कोहरा की स्थिति रहेगी। 12 से कोहरे की सघनता में भी कमी आएगी जिससे ठंड से आंशिक राहत मिलेगी। 11 तक दक्षिण मध्य और दक्षिण पश्चिम भाग में न्यूनतम पारा छह से आठ डिग्री, जबकि दक्षिण पूर्व भाग और उत्तर बिहार में न्यूनतम पारा आठ से दस डिग्री दर्ज किया गया।
क्यों बढ़ी है ठंड
मौसम विभाग ने कहा कि सतह से छह किमी की ऊंचाई तक ठंड और घनी हवा का प्रवाह है। इससे पूरे राज्य में मध्यम से घना कोहरा छाया हुआ है। धूप नहीं निकल रही है और कनकनी युक्त हवाओं का प्रभाव एक हफ्ते से से बना हुआ है। वातावरण में शीतलहर को समर्थित करने वाले तत्वों की मौजूदगी होने की वजह से ठंड का प्रकोप बिहार में अधिक दिख रहा है। सोमवार को भागलपुर और फारबिसगंज में 25 मीटर, पटना में 50 मीटर, पूर्णिया में 70 मीटर, गया में 200 मीटर दर्ज की गई।
बिहार में विमान और ट्रेन सेवाएं बेपटरी
मौसम की मौजूदा स्थिति से पटना सहित राज्य भर में यातायात सेवाएं बेपटरी हो गईं। बसें घने कोहरे के आगे बेबस रहीं और विलंब से गंतव्य तक पहुंची। पटना में सुबह आने वाली तेजस राजधानी एक्सप्रेस 11.30 घंटे की देरी से शाम चार बजकर 50 मिनट पर पहुंची। संपूर्ण क्रांति साढ़े दस घंटे की देरी से आई। देहरादून हावड़ा और हावड़ा देहरादून एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया। पटना एयरपोर्ट पर विमानों के उतरने पर दोपहर 12 बजे तक ब्रेक लगा रहा। यहां रनवे पर मौसम के कर्फ्यू जैसी स्थिति रही। दोपहर 12.14 बजे पहला विमान उतर सका।