विराट कोहली और शुभमन गिल ने इन 3 साथियों को दिया अपनी सफलता का श्रेय, चटका चुके हैं 1200-1500 विकेट
नई दिल्ली
मैदान पर जब हम खिलाड़ियों को परफॉर्म करते हुए देखते हैं तो हमें उसके पीछे उनका हार्ड वर्क देखने को मिलता है, मगर खिलाड़ियों के इस हार्ड वर्क को कौन सफल बनाता है हम कभी उसके बारे में बात नहीं करते। दरअसल, खिलाड़ियों को प्रैक्टिस कराने के लिए टीम में कई सदस्य होते हैं जो लगातार उनके हार्ड वर्क में उनका साथ देते हैं। श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे में शतकवीर रहे विराट कोहली और शुभमन गिल ने मैच के बाद टीम इंडिया के उन सपोर्ट स्टाफ का चहरा दुनिया को दिखाया है जो पर्दे के पीछे रहकर खिलाड़ियों को एक बड़े मुकाम तक पहुंचाने में मदद करते हैं।
बीसीसीआई ने अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर शुभमन गिल और विराट कोहली के इंटरव्यू का एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में कोहली और गिल ने अपनो सपोर्ट स्टाफ का भी इंट्रोडक्शन कराया। कोहली और गिल के साथ इस इंटरव्यू में नोवान, दया और रघु मौजूद थे।
विराट कोहली ने इन सपोर्ट स्टाफ का परिचय देते हुए कहा 'सच कहूं तो नोवान, दया और रघु ने हमें रोजाना वर्ल्ड क्लास प्रैक्टिस दी है और वह हमें नेट्स में चैलेंज करते हैं और बताते हैं कि अगर मैदान पर हमें 14-150KMPH की रफ्तर से गेंद खेलनी होगी तो हम कैसे सामना करेंगे। वह हमेशा हमें आउट करते हैं और हमें टेस्ट करते रहते हैं। सच कहूं तो ये मेरे करियर में सबसे बड़ा अंतर पैदा करते हैं। इस इस तरह की प्रैक्टिस से पहले जैसा क्रिकेटर था और मैं आज जहां हूं तो उसका ज्यादातर श्रेय इन्हें जाता है जिन्होंने हमें रोजाना प्रैक्टिस कराई। मुझे लगता है शुभमन भी ऐसा महसूस करते होंगे। इनका योगदान अविश्वसनीय है। आपको इनके चहरे और नाम याद रखने चाहिए क्योंकि यही हमरी सफलता के पीछे हैं।'
वहीं शुभमन गिल बोले 'फैक्ट बताऊं तो मुझे लगता है कि इन तीनों ने मिलकर 1200 से 1500 विकेट आराम से लिए होंगे। यह तीनों काफी मेहनत करते हैं और हमें मैच के लिए तैयार करने के लिए काफी मदद भी करते हैं।'
विराट कोहली ने इस दौरान अपनी पारी और फॉर्म के बारे में भी बात की। कोहली ने कहा कि वर्ल्ड कप ईयर में इस तरह की शुरुआत से वह काफी खुश हैं। कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ इस सीरीज में दो शतक जड़े और उन्हें मैन ऑफ द मैच के साथ मैन ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से भी नवाजा गया। कोहली ने कहा कि मैं जानता हूं कि मैं कंसिस्टेंट हूं, जब मैंने इस तरह की शुरुआत की है और मुझे आत्मविश्वास मिल रहा है तो चीजें अच्छी ही जाती है। साल की ऐसी शुरुआत करके मैं काफी खुश हूं।