दरोगा की बाइक क्या छू गई, जन्मदिन का केक लेने गए दो युवकों को थाने लाकर दी तालिबानी सजा
कानपुर
जन्मदिन का केक लेने निकले दो युवकों की बाइक दरोगा की बाइक से छू क्या गई, मानो बड़ा अपराध कर दिया। आगबबूला दरोगा ने दोनों को तालिबानियों जैसी सजा दे डाली। थाने ले जाकर पैंट खोल दी और पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर दोनों पर बेल्ट और डंडे बरसाए। अपनी गलती छिपाने के लिए दोनों का शांति भंग में चालान कर दिया। पुलिस कमिश्नर ने दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया है।
वाकया गोविंद नगर थाना क्षेत्र का है। बर्रा के मलिकपुरम निवासी अभिषेक गोयल (21) बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। पिता की बीमारी से मौत हो चुकी है। मां संगीता गोयल सिलाई का काम करती हैं। अभिषेक ने बताया कि सोमवार रात करीब आठ बजे वह पड़ोसी नमन आर्या (22) के साथ छोटे भाई आकाश के जन्मदिन का केक लेने बाइक से गोविंदनगर की बेकरी के लिए निकले थे। प्रिंस मोटर के पास पहुंचने पर उनकी बाइक एक सिपाही के साथ सादे वेश में जा रहे दरोगा जितेंद्र बहादुर सिंह की बाइक से छू गई। रतनलाल नगर चौकी में तैनात दरोगा ने पुलिसिया रौब झाड़ते हुए दोनों को पीट दिया। दोनों युवकों ने विरोध किया तो उनकी बाइक जब्त कर थाने ले गए। वहां उनकी पैंट खोल दी। इसके बाद दरोगा और सिपाहियों ने दोनों पर कहर बरपाया। मोबाइल भी छीन लिया।
उधर, दो घंटे बाद भी घर न लौटने पर अभिषेक की मां संगीता ने फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। संगीता ने अपने भाई जीतेंद्र गोयल को गोविंदनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराने भेजा। वहां मामा अपने भांजे को हवालात में देखकर अवाक रह गए। दोनों कराह रहे थे। पुलिस कर्मियों ने बताया कि दोनों सड़क पर लड़ाई कर रहे थे। पुलिस पर हाथ उठाया है
गैंगस्टर में कर देंगे अंदर नमन के पिता रवींद्र आर्या प्रॉपर्टी डीलर हैं। वह कहते हैं कि सोमवार रात पत्नी पूनम और अभिषेक की मां के साथ थाने पहुंचे थे। थाने में मौजूद दरोगा ने कहा कि दोनों के अंदर बहुत हेकड़ी है, गैगस्टर में अंदर कर देंगे तो 6 महीने जमानत नहीं मिलेगी।