आगरा का ‘जोशीमठ’, 35 मकान और छह दुकानों पर मंडरा रहा गिरने का खतरा, 100 परिवार बेघर
आगरा
अभी तक जोशीमठ देख रहे थे। अब उसी दर्द से टीला माईथान के निवासी दो-चार हो रहे हैं। मकानों में दरार आ गई हैं, अधगिरे मकानों को ध्वस्त करने से तीन गलियों के मकान गिर सकते हैं। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने 35 मकान और छह दुकानों को चिन्हित किया है। इन पर असुरक्षित लिखने के साथ लाल निशान लगाते हुए मकान खाली करा दिए हैं। शनिवार को 35 घरों में रह रहे 100 परिवार बेघर हो चुके हैं।
बेसमेंट की खोदाई से आई थी एक दर्जन मकानों में दरार
सिटी स्टेशन रोड पर धर्मशाला में बेसमेंट की खोदाई से एक दर्जन मकानों में दरार आ गई थी, गुरुवार को तीन मकान और एक मंदिर का आधा हिस्सा ध्वस्त हो गया। धर्मशाला से सटे आठ मकानों के साथ ही गली के दूसरी तरफ बने मकानों में भी दरारें आ गई हैं। गली भी धंस गई है। अधगिरे मकानों को ध्वस्त किया जाना है। ये मकान 40 फीट ऊंचाई पर हैं, इससे टीला माईथान पर बने 35 मकानों पर खतरा है। इन मकानों पर असुरक्षित लिखकर मकान खाली करा दिए हैं। बिजली और पानी के कनेक्शन काट दिए हैं। धर्मशाला के बाहर बनी छह दुकानें भी हादसे के बाद से बंद हैं। दुकानदार सुबह आ जाते हैं और शाम को लौट जाते हैं। तीन दिन से दुकान नहीं खोली हैं।
छह परिवारों को मिलेगी नई छत
गणतंत्र दिवस की सुबह हुए हादसे में बेघर माईथान के छह परिवारों को जल्द ही नया आशियाना मिलेगा। उन्हें पथौली में बने डूडा के आवास दिए जाएंगे। सिटी मजिस्ट्रेट आनंद कुमार सिंह ने शनिवार को पीड़ित परिवारों के साथ इन मकानों की स्थिति का निरीक्षण किया। इधर, माईथान में आठ में छह जर्जर भवन खाली कराए जा चुके हैं। इनमें से कुछ को रैन बसेरा जीवनी मंडी में ठहराया गया है। कुछ परिवार अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं।
डूडा ने पथौली में बनाए हैं मकान
प्रशासन, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग की टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर पीड़ित परिवारों की सूची तैयार की गई। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट आनंद कुमार सिंह पीड़ितों को लेकर पथौली स्थित डूडा के मकानों को देखने पहुंचे। डूडा ने पथौली में 320 मकान बनाए हैं। इसमें 35 मकान खाली हैं।