राहुल गांधी के सहयोगी से ED की दोबारा हुई पूछताछ ने लाया साकेत गोखले केस में ट्विस्ट
नई दिल्ली
क्राउडफंडिंग और फेक न्यूज फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए टीएमसी के साकेत गोखले के खिलाफ जांच ने एक नया मोड़ ले लिया है। ईडी ने इस मामले में राहुल गांधी के सहयोगी अलंकार सवाई से कई बार पूछताछ की है। अलंकार गोखले कांग्रेस की रिसर्च टीम का हिस्सा रहे हैं।
पीएम मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया अभियान चलाने के लिए कथित तौर पर गोखले को फंडिंग करने के लिए पिछले हफ्ते अहमदाबाद में सवाई से कई बार पूछताछ की गई थी। एजेंसी की तरफ से राहुल गांधी के सहयोगी से पैसे के लेन-देन की पुष्टि तब की गई जब गोखले के अकाउंट में जमा राशि ज्यादा नजर आई।
गोखले को फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गोखले ने कथित फर्जी आरटीआई सूचना के आधार पर एक समाचार आइटम का हवाला देते हुए दावा किया था कि पीएम मोदी की मोरबी यात्रा में 30 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। उस मामले में उन्हें जमानत मिल गई थी लेकिन बाद में क्राउडफंडिंग के माध्यम से एकत्रित धन का दुरुपयोग करने के आरोप में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पिछले महीने अहमदाबाद में गोखले की गिरफ्तारी के बाद अपने रिमांड नोट में ईडी ने दावा किया था कि टीएमसी पदाधिकारी ने एजेंसी के पास दर्ज अपने बयान में कहा है कि उनके बैंक खातों में जमा 23.5 लाख रुपये उन्हें दिए गए थे। जब कांग्रेस के पदाधिकारी से एक विरोधी पार्टी के वित्त पोषण के उद्देश्य के बारे में सवाल किया गया था तब सवाई ने गोखले को वित्तपोषित करने से इनकार किया था।
पिछले हफ्ते इन लेन-देन की प्रकृति पर सवाई का गोखले से सामना हुआ था। ईडी ने गोखले को क्राउडफंडिंग के जरिये एकत्रित धन को सफेद करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन पर अपना आरटीआई अभियान चलाने के लिए लोगों से जुटाई गई धनराशि से निजी संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप है।