अवैध रेत का परिवहन फिर से जारी,राजधानी में दौड़ रहे ओवरलोड रेत डंपर, खनिज विभाग चुप्प
भोपाल
राजधानी में बीते कुछ दिनों से एकाएक अवैध रेत का परिवहन फिर से जारी हो गया है। हालात ये हैं कि अवैध तरीके से शहर के अंदर रेत के ओवरलोड डंपर लगातार आवागमन कर रहे हैं। इसके बाद भी खनिज विभाग कार्रवाई से बच रहा है। इस संबंध में रहवासियों द्वारा लगातार जिला प्रशासन के पास शिकायत पहुंचायी जा रही हैं। बताया जा रहा है कि पहले 11 मील के पास खनिज विभाग की एक अस्थायी चौकी थी, जो ऐसे वाहनों पर नजर रखती थी।
अब चौकी वहां से हटने के कारण यह गोरखधंधा तेजी से फिर शुरू हो गया है। डंपर रात के समय नर्मदापुरम और सीहोर जिले के विभिन्न मार्गों से होते हुए भोपाल के बायपास मार्गों पर पहुंचते हैं। इसके बाद सुबह होते ही इन डंपरों से मनमर्जी के दाम पर रेत की बिक्री शुरू हो जाती है। बताया जा रहा है कि भोपाल में हर दिन रेत के करीब 300 डंपर/ट्रक आते हैं। मुख्य रास्तों के अलावा संकरे रास्ते से भी यह शहर में पहुंचते हैं। डंपर में लोड की सीमा से अधिक रेत भरी जा रही है।
चोरी पर रोक लगाने बनी चौकियां हुई खत्म
पूर्व में संभागायुक्त द्वारा रेत चोरी रोकने के मामले में निर्देश जारी किए थे लेकिन इसका कोई पालन नहीं किया है। पहले 4 खनिज चौकियां बनाई गईं थीं। जहां पर ईटीपी, रायल्टी और ओवर लोडिंग की जांच होती थी। कोविड के दौरान कई से कर्मचारियों को विभागों ने वापस बुला लिया था। यह अब तक नहीं लौटे हैं, इसी कारण अब डंपरों की जांच नहीं होती।
बायपास मार्ग पर बने ठिकाने
रेत का अवैध परिवहन करने वाले खनन माफियाओं ने इसे बेचने के लिए भोपाल बायपास पर कई जगह अपने ठिकाने बना लिए हैं। इनमें सबसे प्रमुख ठिकाना बैरसिया रोड पर बने फ्लायओवर के पास है। यहां सुबह से ही रेत के ओवलोड डंपरों का जमावड़ा लग जाता है। 11 मील भोजपुर जोड़, विदिशा रोड जोड़, बिलखिरिया रोड जोड़, कोलार के डी-मार्ट के सामने सहित अन्य जगह भी रेत के ओवरलोड डंपरों द्वारा परिवहन किया जाता है।
रेत का परिवहन करने की अनुमति खनिज विभाग द्वारा दी जाती है। यदि रेत कारोबारी क्षमता से अधिक डंपर में रेत लोड करवा कर ला रहे हैं, तो जांच करवाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अविनाश लवानिया, कलेक्टर, भोपाल