1997 बैच के अफसरों को IPS बनने नहीं करना होगा लंबा इंतजार, अब तक नहीं हुई डीपीसी
भोपाल
राज्य पुलिस सेवा के 1997 बैच के अफसरों को आईपीएस बनने के लिए अब लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पुलिस मुख्यालय ने वर्ष 2022 की वैकेंसी के लिए राज्य पुलिस सेवा के आधा दर्जन अफसरों को आईपीएस बनाने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। हालांकि इधर यह असमंजस की स्थिति हैं कि वर्ष 2021 के दस पद और वर्ष 2022 की वैकेंसी के 6 पद पर आईपीएस अवार्ड की जाने वाली डीपीसी 27 फरवरी को होगी या नहीं।
जानकारी के अनुसार राज्य पुलिस सेवा के 1997 बैच के अफसरों को आईपीएस अवार्ड होने का नंबर इस साल आ गया है। इस साल इस बैच के भी 6 अफसर आईपीएस बन सकेंगेस। इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने प्रस्ताव तैयार कर गृह विभाग को भेज दिया है। गौरतलब है कि दिसंबर में केंद्र से एक पत्र गृह विभाग को आया था कि वे वर्ष 2022 की वैकेंसी के बदले में एसपीएस के अफसरों को आईपीएस अवार्ड किए जाने का प्रस्ताव भेज सकते हैं। यह पत्र गृह विभाग से पुलिस मुख्यालय पहुंचा। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने भी फरवरी के पहले सप्ताह तक इस प्रस्ताव को तैयार कर गृह विभाग को भेज दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि वर्ष 2022 की वैकेंसी पर राजेश व्यास, पदम विलोचन शुक्ला, सुधीर कुमार अग्रवाल, पंकज कुमार पांडे, अजय पांडे, डॉ. संजय कुमार अग्रवाल को आईपीएस अवार्ड होगा।
अब तक नहीं हुई डीपीसी
इधर वर्ष 2021 की वैकेंसी के बदले में दस अफसरों को आईपीएस बनाए जाने की डीपीसी पिछले साल होना थी, लेकिन यह अब तक नहीं हुई है। ऐसा माना जा रहा था कि 27 फरवरी को इनकी डीपीसी हो सकती है,लेकिन अभी इस तारीख पर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इसमें प्रकाश चंद्र परिहार, विनोद कुमार सिंह, मनीष खत्री, राजेश कुमार त्रिपाठी, सुनील कुमार मेहता, वीरेंद्र जैन, देवेंद्र पाटीदार, राय सिंह नरवरिया, रामशरण प्रजापति और सुंदर सिंह कनेश आईपीएस बन सकते हैं। इसमें प्रकाश चंद्र परिहार 1995 बैच के अफसर हैं, जबकि बाकी के अफसर 1996 बैच के हैं।