नगरपरिषद अमरपाटन हुआ कंगाल, पानी की मची त्राही त्राही
अमरपाटन
मैहर मार्ग मे दिसम्बर माह से सप्लाई पानी से लोगो को काफी आक्रोश देखा जा रहा है ऐसा कोई महीना नही है जिसमे 3 से 4 दिन सप्लाई बंद न हो। यहां तक कि लगातार 2 दिन बंद हो जाता है जिससे नगर के वार्ड नम्बर 3 मे आए दिन ऐसा हाल बना होता है जब इसकी जानकारी सीएमओ को दी जाती है लेकिन उन्हें भी कोई तकलीफ नही होती रामनगर व अमरपाटन का यानि दो जगहो का प्रभार होने के कारण लोगो के कार्य भी सही तरीके से नही हो पा रहा है। जबकि पानी का सप्लाई 4 जगह नादन टोला नहर के पास, झिन्ना नाला, पड्क्का तथा सरदार टंकी से होता है लेकिन लगता है कि सीएमओ व इंजीनियर को भी मालूम नहीं कि अगर एक तरफ का मोटर जल गया है तो दूसरी तरफ से पानी भेजा जा सकता है यह कि केवल दिखावे का कार्य किया जा रहा है। जबकि नगर पालिका में एडवांस में 1 2 समर्सिबल मोटर की व्यवस्था होता है लेकिन लगता है अमरपाटन नगरपरिषद में वह भी नहीं है यहां तक कि नगरपरिषद के द्वारा सप्लायर कर्मचारियों को उनके घर के पास ही के पानी सप्लाई की ड्यूटी दे दी जाती है जिस कारण सप्लाई चालू करके अपने घर चले जाते हैं और लाइट अगर टिप कर जाती है तो वह सप्लाई फिर चालू हो या ना हो इसकी कोई गारंटी नहीं होती। अगर कोई व्यक्ति सप्लायर करने वाले से बात की जाती है कि लाइट गोल हो गई थी थोड़ी ज्यादा देर तक चालू रखना है तो उनके द्वारा कह दिया जाता था कि मेरा तो समय पूरा हो गया अब चले चाहे ना चले इसकी कोई जवाबदारी नहीं है। जबकि नगरपरिषद को चाहिए था कि सभी कर्मचारियों को उनके घर से दूसरे जगह ड्यूटी लगाया जाना चाहिए ताकि वह घर आना जाना ना कर सके। जबकि पहले प्रभुशंकर खरे की निगरानी में रहता था जिस कारण से बराबर सप्लाई होती थी। जबकि अमरपाटन क्षेत्र में भी कई ऐसे हैंडपंप हैं जो चल ही नहीं रहे हैं जब कर्मचारियों से इस बारे में पूछा गया तो उनके द्वारा कहा गया कि बजट ही नहीं है जिस कारण से कोई भी समान नहीं ला पा रहे हैं जो है उसी से हेरफेर करके काम चला रहे हैं।