November 17, 2024

मोदी की उड्डयन कूटनीति: बाइडन और मैक्रों के बाद सुनक ने एयर इंडिया से समझौते को बताया ऐतिहासिक

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नई दिल्ली
एअर इंडिया की फ्रांस की एयरबस और अमेरिकी कंपनी बोइंग से विमान खरीद समझौते का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन दोनों देशों के साथ भारत के रणनीतिक रिश्तों को और मजबूत बनाने के लिए किया है। एयरबस व एअर इंडिया समझौते के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ पीएम मोदी का वर्चुअल तौर पर उपस्थित होना और बोइंग-एयर इंडिया समझौते के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ पीएम मोदी की टेलीफोन पर बातचीत नए युग में उड्डयन कूटनीति का उदाहरण है।
 
ऋषि सुनक ने समझौते को बताया ऐतिहासिक
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और राष्ट्रपति मैक्रों की तरफ से भी इस समझौते को घरेलू राजनीति में अपनी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश किया गया है। ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने भी इस समझौते को इस लिहाज से ऐतिहासिक बताया है कि एयरबस को इंजन देने वाली ब्रिटिश कंपनी राल्य रायस अब सैकड़ों ब्रिटिश नागरिकों को रोजगार देगी।
 
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन हब बनने को भारत तैयार
एयरबस और एअर इंडिया समझौते के अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन हब बनने को तैयार है। यह समझौता भारत और फ्रांस के गहराते संबंधों के साथ ही भारत की नागरिक उड्डयन सेक्टर की सफलताओं को बताता है। भारत सरकार नागरिक उड्डयन सेक्टर को मजबूत करने पर खास ध्यान दे रही है। पिछले आठ वर्षों में भारत में हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 147 हो गई है। इससे लोगों के आर्थिक और समाजिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।
 
पीएम ने आगे कहा कि कई आकलनों के मुताबिक अगले 15 वर्षों में भारत को दो हजार विमानों की जरूरत होगी। भारत में 'मेक इन इंडिया-मेक फार द व‌र्ल्ड' एयरोस्पेस मैन्यूफैक्च¨रग को लेकर अवसरों के नए द्वार खुल रहे हैं। उन्होंने एयर इंडिया और एयरबस समझौते को भारत-फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी की भी उपलब्धि बताई। उन्होंने यह भी बताया कि फ्रांस की एक और कंपनी साफरान विमानों के इंजन की सर्विस के लिए भारत में सुविधा स्थापित कर रही है।
 
अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे
पीएम मोदी की देर रात अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से टेलीफोन पर वार्ता हुई है। दोनों नेताओं ने बोइंग व एअर इंडिया के समझौते को ऐतिहासिक बताया, जो मौजूदा रणनीतिक रिश्ते को और गहरा करेगा व रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से जारी बयान में इस समझौते को वैश्विक मैन्यूफैक्चरिंग के मानचित्र पर अमेरिका की बढ़ती ताकत के तौर पर पेश किया गया है। इससे अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होने की बात कही गई है। इसमें से बड़ी संख्या में रोजगार उन लोगों को मिलेगा जिन्होंने उच्च शिक्षा भी हासिल नहीं की है। साथ ही इससे भारत-अमेरिका के मौजूदा आर्थिक साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा।
 
वेल्स व डर्बीशायर इलाके में सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने कहा है कि एअर इंडिया को जो विमान एयरबस देगी, उसके लिए कई अहम हिस्सों का निर्माण ब्रिटेन में होगा। इससे खासतौर पर वेल्स व डर्बीशायर इलाके में सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस सौदे से ब्रिटेन का एयरोस्पेस बाजार आसमान की ऊंचाइयों को छुएगा।

वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि यह समझौता फ्रांस की कंपनियों की भारतीय बाजार को लेकर प्रतिबद्धता को दिखाता है जो एविएशन के अलावा भी दूसरे क्षेत्रों मे काम करने को तैयार हैं। उन्होंने इस समझौते को भारत-फ्रांस के गहरे रणनीतिक रिश्ते में मील का पत्थर करार दिया।

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