25 करोड़ से बने 2 दर्जन हॉकर्स ज़ोन, नेताओं की दखलअंदाजी के कारण शुरू नहीं हो सके
भोपाल
बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए जोन स्तर पर 25 करोड़ खर्च करके बनाए गए 2 दर्जन हॉकर्स कॉलोनी क्षेत्रीय नेताओं की दखलअंदाजी के कारण आज तक शुरू नहीं हो सके हैं। आलम यह है कि आवंटन के इंतजार में हॉकर्स कॉर्नर बर्बाद होते जा रहे हैं, तो कहीं अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर लिया है। जबकि इनको बनाने का उद्दश्य सड़क किनारे लगने वाले हाथ ठेले और फुटकर व्यापारियों को व्यवस्थित बाजार देना था। इसके मद्देनजर प्रत्येक जोन में एक-एक हाकर्स कार्नर बनाया गया था। इस प्रोजेक्ट से भले ही आम नागरिकों को भला नहीं हुआ, लेकिन इंजीनियर और ठेकेदार जरूर मालामाल हुुए हैं। अपर आयुक्त एमपी सिंह का कहना है कि एमआईसी से प्रस्ताव पास होने के बाद हॉकर्स कॉर्नर का आवंटन होगा। इसके लिए प्रोसेस चल रही है।
अप्रूवल नहीं मिलने के कारण हुए बर्बाद: हॉकर्स कॉर्नर बनने के बाद इनका आवंटन जोन स्तर पर होना था, लेकिन इसके लिए नगर निगम मुख्यालय से पहले अप्रूवल होना था, लेकिन पांच वर्ष बाद भी आवंटन की अनुमति नहीं मिल पाई है।
यह पड़े खाली: पीएनटी पेट्रोल पंप, पंचशील नगर, इंद्रपुरी सी सेक्टर, मैनिट तिराहा, सैर सपाटा समेत अन्य स्थानों पर बनाए गए हाकर्स कार्नर का अब तक शुभारंभ नहीं हो सका है। इसके पीछे भी क्षेत्रीय नेताओं की दखल अंदाजी बताई जा रही है।
डेढ़ करोड़ का स्मार्ट स्ट्रीट खा रहा धूल
स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा बोर्ड आफिस चौराहे पर डेढ़ करोड़ खर्च करके बनाया गया स्मार्ट स्ट्रीट चार साल से धूल खा रहा है। यही हाल नूतन कॉलेज और फिरदौस पार्क के पास बना महिला हॉकर्स कार्नर का भी है।