पर्यावरण की धज्जियां उड़ाते कारखाने पर कार्रवाई क्यों नहीं?
राजनांदगांव
आधुनिकीकरण और लगातार उद्योगों की बढ़ती संख्या एक और जहां विकास को दर्शा रहा है वही कहीं यह विकास खेतों को फसलों से दूर कर लील रहा है। ऐसा ही एक प्रकरण ग्राम पैरी तहसील डोंगरगांव मैं देखने को आया जहां विकास के नाम पर लगे जनता इंडस्ट्रीज उद्योग द्वारा खेतों में गंदा प्रदूषित पानी छोड़ा जा रहा हैं, जिससे फसलों को काफी नुकसान हो रहा है आसपास के खेत फसल के लायक ही नहीं रह गए हैं। साथ वातावरण भी दुर्गन्ध युक्त हो गया।
पर्यावरण की धज्जियां उड़ाते यह उद्योग क्यों नहीं अपने गंदे पानी को खेतों में छोड?े के बजाय कहीं और इसका उपयोग करते, इसकी चिंता न शासन को न प्रशासन को ना ही ग्राम पंचायत के अधिकारियों को है। लगातार लिखित शिकायत के बाद भी उक्त उद्योगपति द्वारा अपने कारखाने से निकलने वाले प्रदूषित पानी को नहीं रोक रहे हैं और खुले खेतों में सड़ा दुर्गन्ध युक्त पानी को छोड?े से खेत फसल के लायक ही नहीं रह जा रहे हैं। पर्यावरण विभाग को लिखित शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से उद्योगपतियों को किसी का डर नहीं और वे लगातार अपने कारखाने का प्रदूषित पानी दूसरे के खेतों में छोड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री की किसानों की फसल को लेकर जागरूकता नरवा, गरुआ, घुरवा, बाड़ी की चिंता को यह उद्योगपति नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिसकी कतई चिंता उच्च अधिकारियों को नहीं है और न ही उद्योग के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई की।