रेलवे क्षेत्र में चुनौतियों से निपटने के लिए रेलवे सुरक्षा बल द्वारा जयपुर में 18वीं यूआईसी विश्व सुरक्षा कांग्रेस का शुभारंभ
बिलासपुर
18वीं यूआईसी विश्व सुरक्षा कांग्रेस 21 फरवरी से जयपुर, भारत में आरंभ हुआ। इस 3 दिवसीय सम्मेलन का आयोजन इंटरनेशनल यूनियन आॅफ रेलवे (यूआईसी), पेरिस और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। कार्यवाही का आरंभ रेलवे सुरक्षा बल, भारत के महानिदेशक और यूआईसी के सुरक्षा मंच के अध्यक्ष श्री संजय चंद्रा के स्वागत भाषण के साथ हुआ। स्वागत भाषण के दौरान उन्होंने कांग्रेस के महत्व और विषय – रेलवे की सुरक्षा रणनीति: प्रतिक्रियाएं और भविष्य के लिए दृष्टि की प्रासंगिकता का उल्लेख किया। विश्व सुरक्षा कांग्रेस, वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त सुरक्षा मंच है, जो मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा करने और अभिनव समाधानों पर विचार-विमर्श करने के लिए सदस्य रेलवे संगठनों के प्रतिनिधियों, यूआईसी के प्रतिनिधियों, नीति निमार्ताओं, राज्य पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ कानून-प्रवर्तन अधिकारियों को एक साथ लाता है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त सह महानिरीक्षक श्री अमिय नंदन सिन्हा ने इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं। वे अपने कार्य योजना में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के तीनों मंडलों बिलासपुर, रायपुर तथा नागपुर में यात्री सुरक्षा एवं रेल संपत्ति की सुरक्षा के साथ साथ चलाए जा रहे विभिन्न आपरेशनों जैसे मेरी सहेली अभियान, आपरेशन नन्हे फरिश्ते, आपरेशन जीवन रक्षा, आपरेशन अमानत आदि की सफल क्रियान्वयन का अनुभव साझा करेंगे तथा अन्य रेलवे एवं विभिन्न देशों के रेल सुरक्षा बल के विभिन्न डायनामिक अनुभव से लाभान्वित भी होंगे, जिसे आवश्यकतानुसार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में भी लागू किया जा सकता है।
रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने उपस्थित लोगों के लिए अपने वीडियो संदेश में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक की भूमि पर उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन इस बात को दशार्ने का उत्कृष्ट अवसर है कि हम भविष्य के लिए महफूज और अधिक सुरक्षित रेलवे क्षेत्र का निर्माण करने के लिए एक साथ कैसे काम कर सकते हैं।
रेलवे बोर्ड के सीईओ और अध्यक्ष श्री ए.के. लाहोटी ने अपने आभासी संबोधन में कहा कि रेलवे सुरक्षा बल द्वारा भारतीय रेल के माल, यात्रियों और संपत्ति की सुरक्षा असाधारण रूप से की गई है। रेलवे सुरक्षा बल की विरासत भारतीय रेलवे जितनी ही पुरानी है। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि यूआईसी की विश्व सुरक्षा कांग्रेस किस प्रकार विचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान और नई साझेदारियां बनाने के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान करती है।
यूआईसी के महानिदेशक श्री फ्?ांसुआन दवेन ने इस बात पर जोर दिया कि माल, यात्रियों और रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक ऐसे अभिनव दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जो भविष्य की चुनौतियों का पूवार्भास कर सके और उसके अनुसार सुरक्षा का एक मजबूत बुनियादी ढांचा विकसित कर सके। सुरक्षा निदेशक, फ्रांसीसी रेलवे (एसएनसीएफ) और सुरक्षा मंच, यूआईसी के उपाध्यक्ष श्री जेवियर रोश ने कहा कि वह रेलवे सुरक्षा के क्षेत्र में रचनात्मक चचार्ओं, वैचारिक आदान-प्रदान और सर्वोत्तम प्रथाओं से भरपूर एक सम्मेलन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।