कॉम्पलेक्स की नीलामी शुरू होने के साथ ही गहराया विवाद
बीजापुर
नए बस स्टैंड में प्रतावित डबल स्टोरी शॉपिंग कांप्लेक्स में कुल 46 दुकानें हैं, जिसमे आरक्षण की स्थिति एसटी 22, एससी 7, ओबीसी 7, शिक्षित बेरोजगार 2, भूतपूर्व सैनिक 1, दिव्यांग 1, महिला 6, विधवा और परित्यक्ता 1 शामिल हैं। नगरपालिका कार्यालय में अनारक्षित कॉम्पलेक्स की नीलामी शुरू होने के साथ ही विवादों में आ गई। नीलामी प्रक्रिया के दौरान नगर पालिका उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सल्लूर आधा दर्जन पार्षद समर्थकों के साथ नीलामी हाल में पहुंचकर व्यापारियों से कहा कि अभी तक नीलामी और आबंटित दुकानों को लेकर पालिका पार्षदों की सहमति नहीं बनी है। जिसके कारण यह नीलामी प्रक्रिया गलत है। जिसके बाद वहां मौजूद पार्षद कलाम खान ने कहा की आज किसी भी तरह नीलामी पूरा करना है। क्यों की गीदम और जगदलपुर से आए व्यापारियों को बार-बार आने के लिए समय नहीं मिलेगा, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया।
नगरपालिका परिषद बीजापुर के सीएमओ बीएल नुरेटी ने कहा कि संशोधन सूचना देने में चूक हुई है, अब दुकान नीलामी की प्रक्रिया भूमि आबंटन के बाद पूरी की जाएगी। नगरपालिका परिषद बीजापुर की अध्यक्ष बेनहुर रावतिया का कहना है कि जिन दुकानों की नीलामी होनी है, इनमें पात्र दुकानदारों को प्राथमिकता मिले, पालिका इसी प्रयास में है। बस स्टैंड परिसर में बहुत से व्यापारी लंबे समय से अस्थाई दुकानें लगाकर अपनी जीविका चलाते आ रहे है, चूंकि अब स्थाई दुकानें बन चुकीं है, लिहाजा दुकानों की नीलामी में उक्त व्यापारियों को प्राथमिकता दिलाने हेतु पालिका प्रयासरत है। हालांकि नीलामी स्थगित होने के पीछे कुछ पार्षदों द्वारा विधायक के हस्तक्षेप जैसे आरोप लगाकर व्यापरियों को दिग्भ्रमित करने का प्रयास किया गया है। उन्होने कहा कि विधायक के हस्तक्षेप जैसे जो भी आरोप लग रहे है पूरी तरह से निराधार है, विधायक के साथ पालिका अध्यक्ष भी पूरी जिम्मेदारी और निष्ठा से नीलामी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि जरूरतमंद और पात्र व्यापरियों को काम्प्लेक्स आबंटित हो सके।