भ्रष्टाचार के आरोप और दिग्गजों की गिरफ्तारी, कैसे पंजाब से दिल्ली तक मुश्किल में AAP
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी संकट में घिरती हुई नजर आ रही है। एक ओर दिल्ली में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से बवाल है। वहीं, पंजाब में सामने आ रहे भ्रष्टाचार के मामलों का सवाल है। सिसोदिया की गिरफ्तारी के साथ ही विपक्षी एकता के भी संकेत नजर आने लगे हैं। कांग्रेस को छोड़कर कई बड़े दल आप नेता के खिलाफ हुए एक्शन के विरोध में सामने आए हैं। इससे साफ हो रहा है कि आप के लिए परेशानिया दिल्ली तक ही सीमित नहीं हैं।
आरोप पर आरोप
दिल्ली आबकारी घोटाले से पहले ही पार्टी जैन के संकट का सामना कर रही थी। उनकी गिरफ्तारी के बाद जेल के कुछ वीडियो वायरल भी हुई, जो पार्टी की परेशानी बढ़ाते नजर आए। इसके बाद महाठग सुकेश चंद्रशेखर से भी आप के तार जोड़े गए। बाद में आबकारी मामले में जांच की आंच का सामना कर रहे सिसोदिया अब हिरासत में हैं। आप के आलोचक मानते हैं कि पार्टी के साथ भ्रष्टाचार के आरोप जमे हुए नजर आ रहे हैं।
दिग्गजों को जेल हुई तो और परेशानी
इसे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के रसूखदार नेता आजम खान के मामले से समझते हैं। आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला दोनों ही कानूनी मामलों के चलते विधायक सीट और 6 सालों के लिए मत देने का अधिकार गंवा चुके हैं। दरअसल, रिप्रेजेंटेशन ऑफ दी पीपुल एक्ट ऑफ 1951 के तहत अगर कोई सांसद, विधायक या एमएलसी को दो साल या इससे ज्यादा की जेल होती है, तो वे अपनी सीट गंवा देते हैं। ऐसी स्थिति में उनके पास 6 सालों तक वोट डालने और चुनाव लड़ने का भी अधिकार नहीं होता। अब आप की चिंता यह भी हो सकती है कि अगर ऐसा उनके नेताओं के साथ हुआ, तो चुनावी संकट भी खड़ा हो सकता है। खासतौर से ऐसे समय में जब पार्टी दूसरे राज्यों में विस्तार की ओर देख रही है।
पंजाब की दिक्कत
पंजाब के बठिंडा ग्रामीण सीट से विधायक अमित रतन कोटफट्टा को विजिलेंस ब्यूरो ने घूसखोरी मामले में गिरफ्तार कर लिया है। बीते साल आप के पंजाब में मंत्री विजय सांगला को भी गिरफ्तार किया गया था। इस साल फरवरी में भ्रष्टाचार के आरोपों में ही फौजा सिंह सरारी भी इस्तीफा दे चुके हैं। इसी बीच अमृतपाल सिंह की चुनौती भी आप सरकार के दरवाजे पर दस्तक दे चुकी है।
कांग्रेस से नहीं मिला समर्थन
सिसोदिया की गिरफ्तारी के मामले में आप को कांग्रेस से भी खास समर्थन मिलता नहीं दिख रहा है। हालांकि, कांग्रेस आलाकमान की ओर से सीबीआई के एक्शन पर कुछ नहीं कहा गया है। वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी आप नेता की गिरफ्तारी के विरोध में आ गए हैं। दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अनिल चौधरी ने कहा, 'मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी ने उस बात को सच साबित कर दिया है, जो कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ता कह रहे थे। जब देश कोविड से जूझ रहा था, तो सिसोदिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री शराब नीति बनाने में व्यस्त थे। भाजपा के नेता उनके साथ थे। बहरहाल, उनकी गिरफ्तारी बताती है कि कानून जिंदा है। सत्यमेव जयते। अगर जांच ईमानदारी से की गई, तो दिल्ली के सीएम भी जेल में होंगे।'