TI की ट्रेन में से पिस्टल, 24 कारतूस और वर्दी की हो गई चोरी, जीआरपी ने केस दर्ज किया
बिलासपुर
चोरी की जांच कर लौट रहे टीआई खुद चोरों का शिकार बन गए। चलती ट्रेन से पिस्टल, कारतूस और वर्दी पार कर दिया। वे दो पुलिसकर्मियों के साथ सारनाथ एक्सप्रेस में लौट रहे थे। टीआई की शिकायत पर बिलासपुर जीआरपी ने केस दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार ओडिशा के बलांगीर जिले के सदर थाना क्षेत्र के ग्राम मुरसीपाथी निवासी शरूबाबू छत्रिया (46) पुलिस विभाग में निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उनकी तैनाती संबलपुर थाने में है। उन्होंने शिकायत की है, वे दो आरक्षक दिलेश्वर प्रधान और मिनकेतन घरुआ के साथ लखीमपुर खीरी गए थे। 28 फरवरी को सारनाथ एक्सप्रेस से वे दोनों लौट रहे थे।
एसी कोच में थे सवार, चोरों ने पार कर दिया बैग
टीआई और आरक्षक ट्रेन के एसी कोच बी-2 में सवार थे। उन्हें 66 नंबर की सीट अलॉट हुआ था। प्रयागराज से बिलासपुर तक उनकी टिकट थी। रात करीब 10.30 बजे उन्होंने खाना खाया और सीट के नीचे बैग में वर्दी, टोपी, 9 एमएम पिस्टल और 14 राउंड कारतूस को डिब्बे को रखा। पिस्टल में 10 राउंड कारतूस लोड था। रात में सभी सो गए। सुबह 5.30 बजे उनकी नींद खुली तो बैग गायब मिला। तब ट्रेन पेंड्रारोड स्टेशन पहुंचने वाली थी।
अनूपपुर और जैतहरी के बीच बैग चोरी
शिकायत के अनुसार उनका बैग अनूपपुर-जैतहरी स्टेशन के बीच ही चोरी हुई है। क्योंकि, इस दौरान काफी रात हो गई थी और उनके साथ ही दोनों पुलिसकर्मी गहरी नींद में थे। माना जा रहा है कि इसी दौरान चोर गिरोह ने उनके बैग को एसी कोच से पार किया होगा।
केस दर्ज कर अनूपपुर भेजी जाएगी डायरी
इस घटना की खबर से सभी जीआरपी थानों में हड़कंप मचा हुआ है। केस डायरी गुरुवार को भेजी जाएगी, लेकिन बिलासपुर से इस घटना की सूचना शहडोल जीआरपी के अलावा अन्य जीआरपी थाने को भी भेजी गई है। सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए है। आरपीएफ को भी जानकारी मिलने के बाद उन्होंने अपने स्तर पर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। एक-दो दिनों के भीतर आरोपियों के पकड़े जाने की संभावना भी जताई जा रही है।