पांच साल से छोटे बच्चों की सेहत में तेजी से हुआ सुधार, मोटापा घटा; NFHS की रिपोर्ट
लखनऊ
आज दुनिया भर विश्व मोटापा जागरूकता दिवस मनाया जा रहा है। यूपी में पांच साल से छोटे बच्चों की सेहत में तेजी से सुधार देखने को मिला है। लंबाई के हिसाब से बच्चों का वजन बेहतर हुआ है। पहले बड़ी संख्या में लंबाई के हिसाब से बच्चों का वजन मानक के अनुसार ठीक नहीं पाया गया था। लोग बच्चों की सेहत को लेकर पहले से अधिक संजीदा हुए। नतीजतन बच्चों में मोटापा घटा। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (एनएचएफएस) की रिपोर्ट में यह सुखद संकेत मिले हैं।
एनएचएफएस 2015-16 में पांच साल से कम उम्र के बच्चों का लंबाई के सापेक्ष ज्यादा वजन 17.9 फीसदी बच्चों में पाया गया था। जो 2019-21 में घट कर मात्र 1.4 फीसदी बच्चों में मिला है। कम वजन के बच्चों की संख्या में भी कमी आई है। पहले 44.5 फीसदी बच्चे कम वजन के पाए गए थे। मौजूदा सर्वे रिपोर्ट में यह आंकड़ा घटकर 25.5 पर पहुंच गया है।
गोल मटोल बच्चों को घेरती है बीमारी
डफरिन अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सलमान खान ने बताया कि जन्म के समय जो बच्चे दिखने में गोल मटोल होते हैं। दरअसल ऐसे बच्चे मोटापे के शिकार होते हैं। डायबिटीज, दिल समेत दूसरी बीमारियों का खतरा इन बच्चों को अधिक रहता है। ऐसे बच्चों को तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। ताकि बच्चों को बीमारी से बचाया जा सके।
ऑपरेशन से प्रसव का खतरा
केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की डॉ. सुजाता देव ने बताया कि करीब 34.8 फीसदी महिलाएं अधिक वजन की गिरफ्त में हैं। कम उम्र की युवती व महिलाओं में मोटापा घातक है। ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, थायराइड व दिल समेत दूसरी बीमारी का खतरा कम उम्र में बढ़ जाता है। जो कि गर्भावस्था में समस्या पैदा कर सकता है। मोटी महिलाओं में ऑपरेशन से प्रसव की आशंका में दो से तीन गुना आशंका बढ़ जाती है।
महिलाओं में मोटापा कम करने का फार्मूला फेल
महिलाएं वजन कम करने के लिए तमाम जतन कर रही हैं। उपवास रख रही हैं। भोजन की मात्रा घटा रही हैं। कसरत, हर्बल चाय, दवाएं और तमाम तरह के ड्रिंक पर पैसे फूंक रही हैं। उसके बावजूद वजन में कमी नहीं आ रही है।
नियमित कसरत करें
लोहिया संस्थान में गेस्ट्रो सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अंशुमान पांडेय ने बताया कि मोटापा कम करने के लिए संतुलित भोजन लें। कसरत करें। तली-भुनी वस्तुओं के सेवन से परहेज करें। उन्होंने बताया कि मोटापा कम करने के लिए ब्रेरियाट्रिक सर्जरी कराई जा सकती है। इससे भी काफी हद तक वजन कम किया जा सकता है।