माधव नेशनल पार्क 27 साल बाद बाघों से फिर हो गया आबाद
भोपाल
शिवपुरी जिले का माधव नेशनल पार्क 27 साल बाद बाघों से फिर आबाद हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने शिवपुरी जिले के नेशनल पार्क में दो बाघों को बाड़े में छोड़कर यहां बाघों की पुनर्बसाहट की शुरुआत की है। यहां तीन बाघ छोड़े जाने थे लेकिन पन्ना राष्ट्रीय उद्यान से आने वाले बाघिन रवाना होने से पहले नेशनल पार्क की तय लोकेशन से गायब हो गई जिसे बाद में लाए जाने की तैयारी है।
सीएम शिवराज शुक्रवार को ग्वालियर होकर शिवपुरी नेशनल पार्क क्षेत्र के बलारपुर पहुंचे जहां बाघों को छोड़ने के बाद उन्होंने बाघ मित्रों से चर्चा की। शिवपुरी राष्ट्रीय उद्यान 375 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है। इसके बाद सीएम चौहान शिवपुरी पहुंचेंगे और स्व. माधवराव सिंधिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद यहां रोड शो होगा जिसमें सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष शर्मा के साथ केंद्रीय मंत्री सिंधिया और यादव मौजूद रहेंगे।
इसके बाद विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे। यहां सभी नेता एक सभा को भी संबोधित करेंगे। सीएम चौहान इसके बाद आगरा होकर मथुरा जाएंगे और वहां रात्रि विश्राम करेंगे।
बाड़े में नहीं रखने से गायब हुई बाघिन
पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक बृजेंद्र झा के अनुसार तीन बाघिन चिह्नित की थीं। इनमें से एक को ट्रेंकुलाइज करके माधव राष्ट्रीय उद्यान के लिए भेजना था। लेकिन उनकी लोकशन रवाना किए जाने के पहले नहीं मिल पाई। टीम तलाश में जुटी हुई है। बाघिन को किसी बाड़े में नहीं रखा गया था पर उनकी सतत निगरानी की जाती थी। उधर सूत्रों के अनुसार पन्ना में बाघिन को ढूंढ लिया गया है लेकिन उसके शरीर पर घाव बताया जा रहा है जिसके कारण उसे फिलहाल लाया जाना संभव नहीं होगा।
ऐसे में अब बांधवगढ़ से लाई गई एक मादा और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से लाए गए एक बाघ को ही बाड़े में छोड़ा जाएगा। इस पूरे प्रकरण में पन्ना टाइगर रिजर्व की गंभीर लापरवाही सामने आई है।