छात्रवृत्ति घोटाले में सवा साल में जांच अधूरी, कार्रवाई तो दूर
भोपाल
प्रदेश में विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति घोटाले में आधा दर्जन शिकायतें सवा साल में हुई है लेकिन शिवपुरी जिले के एक मामले को छोड़कर बाकी जिलों में छह माह से अधिक समय बीतने के बाद भी केस दर्ज नहीं किए गए हैं। छात्रवृत्ति घोटाले की शिकायत के बाद जांच के नाम पर केस दर्ज करने की कार्यवाही पुलिस उपायुक्त भोपाल, सीएसपी छतरपुर, क्राइम ब्रांच जबलपुर के यहां पेंडिंग है।
विधायक हर्ष विजय गहलोत ने सवाल किया था कि एक जनवरी 2022 से अब तक छात्रवृत्ति में किए गए फर्जीवाड़ा की थानेवार, प्रकरण, दिनांक, धारा, आरोपी का नाम और चालान पेश करने की जानकारी दी जाए। इसके लिखित जवाब में गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि छात्रवृत्ति घोटाले में एक साल की अवधि में शिवपुरी कोतवाली में अपराध क्रमांक 94/22 दर्ज हुआ है। इस मामले में 11 फरवरी 2022 को धारा 420, 467, 468, 471 का केस अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध दर्ज किया गया है।
बाकी किसी जिले में कोई केस अब तक दर्ज नहीं हुआ है। इसमें यह भी बताया गया है कि सवा साल के अंतराल में नगर पुलिस अधीक्षक छतरपुर को अक्टूबर 2022 में और पुलिस उपायुक्त अपराध भोपाल नगरीय को दिसम्बर 22, बैरसिया देहात भोपाल को दिसम्बर 22 और अपराध शाखा जबलपुर को सितम्बर 22 में छात्रवृत्ति घोटाले के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है जिसकी जांच जारी है। अभी इन मामलों में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है।
चुरहट विधायक शरतेंदु तिवारी ने दिसम्बर 2022 में लगाए गए ध्यानाकर्षण के मामले में सरकार से रीवा के एसएस मेडिकल कालेज के मामले में जानकारी मांगी है। इसमें उन्होंने पूछा कि रीवा स्थित संजय गांधी मेडिकल कॉलेज में चार मरीजों की मौत तथा अनियमितताओं के विषय में ध्यानाकर्षण पर सदन में चर्चा हुई थी। इसके जवाब में चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा है कि इस मामले की जांच के लिए 7 फरवरी को उच्चस्तरीय जांच टीम गठित की गई है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जाएगी।