शेष 70 शराब दुकानों के एक बार फिर टेंडर, 864 करोड़ रिजर्व प्राइज
भोपाल
राजधानी के पहले चरण में शेष रह गई 70 शराब दुकानों के लिए सोमवार से एक बार फिर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस दौरान आने वाले टेंडरों को 22 मार्च को दोपहर बाद खोला जाएगा। हालांकि रिजर्व प्राइस कम करने पर अड़े लाइसेंसी इसमें भी भाग लेंगे, इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
इधर, विभाग पूरे प्रयास कर रहा है कि दूसरे चरण में अधिकांश ठेके उठ जाए। इसे लेकर बैठकों का दौर भी चल रहा है। ऐसे में अब एक बार फिर जिले की बची हुई शराब दुकानों में 864 करोड़ रुपए की रिजर्व प्राइज के टॉरगेट को पाने के लिए 27 ग्रुपों की 70 शराब दुकानों को फिर से नीलाम करने के लिए टेंडर किए गए हैं।
दरअसल, भोपाल जिले में 33 समूहों की 87 शराब दुकानों की आॅनलाइन नीलामी में ठेकेदारों ने रूचि नहीं दिखाई। भोपाल में पहले चरण के ई-टेंडर में केवल 6 समूहों की 17 दुकानें की नीलामी हो सकी। इन दुकानों के लिए 13 टेंडर आए थे। तीन समूहों के लिए सिंगल-सिंगल टेंडर आए थे। इससे सरकार को 113 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है, जो कि तय रिजर्व प्राइस से छह करोड़ अधिक है।
ठेकेदार अहाता बंद करने और आरपी बढ़ाने से नाराज
जिले में ठेकेदारों ने 87 मदिरा दुकानों का नवीनीकरण नहीं करा कर अपनी मंशा साफ कर दी थी। यह स्थिति लॉटरी में भी कायम रही। अब टेंडर प्रक्रिया में भी 70 दुकानों के लिए बोली नहीं लगा कर ठेकेदारों ने साफ कर दिया कि वे रिजर्व प्राइस पर दुकानें नहीं लेंगे। ठेकेदारों का कहना है कि अहाता बंद करने से उनके सामने संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में जो रिजर्व प्राइस तय किया गया है, उसे लेकर ठेकेदार घाटे में काम नहीं कर सकता है। इससे विभागीय अफसरों को भी अवगत करा दिया है।