CM ने ओलावृष्टि से ख़राब फसलों के सर्वे का दिया, कांग्रेस का सदन में हंगामा फिर वॉकआउट
भोपाल
बारिश और ओलों के कारण मध्यप्रदेश समेत देश के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक राज्यों में किसानों की फसल बर्बाद हो गई। दूसरी ओर एमएसपी समेत कई मुद्दों को लेकर किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत कर रहे हैं। इस बीच मध्यप्रदेश सरकार फसलों के नुकसान की समीक्षा में जुटी है, वहीं संसद में राहुल गांधी के विदेश में दिए बयान बनाम अडाणी मामले में जेपीसी गठन को लेकर सत्ता और विपक्ष में ठनी हुई है। बीजेपी राहुल गांधी से माफी मंगवाने और विपक्ष जेपीसी गठन पर पर अड़ा हुआ है।
प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें चौपट होने के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक बुलाकर अफसरों को सर्वे कार्य करने के निर्देश दिए हैं वहीं विधानसभा में ओलावृष्टि के लिए सर्वे नहीं कराए जाने, तहसीलदारों के हड़ताल पर जाने और पेपर लीक से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ के आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने सदन में हंगामा कर दिया और सरकार नाम की कोई चीज नहीं होने का आरोप लगाकर सदन से वॉकआउट किया।
इधर, समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संकट की इस घड़ी में सरकार किसानों के साथ है। अफसरों से कहा पूरी ईमानदारी से सर्वे किया जाए और किसी भी प्रकार की कोई गलती न करें। रेवेन्यू, कृषि और पंचायत विकास के अमले को सर्वे में एक साथ शामिल करें। सर्वे पूरा होने के बाद सूची को पंचायत के दफ्तर में लगा दिया जाए। सर्वे होने के बाद किसी किसान की आपत्ति आती है तो उसका भी निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि आरबीसी 6-4 के अंतर्गत फसल नुकसान की भरपाई की जाएगी। पशु हानि की भी सूचना आई है। पशु हानि के भी नुकसान की भरपाई मध्यप्रदेश सरकार करेगी। फसल सर्वे का पूरा काम 25 मार्च तक हो जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान को बताया गया कि प्रदेश के 20 जिलों में असमय बारिश और ओलावृष्टि की जानकारी आई है। 6 से 8 मार्च के लगभग हुई बारिश के दौरान पहले फेस का सर्वे पूरा हो चुका है। अब 16 से 19 मार्च तक दूसरे फेस में हुई ओलावृष्टि का सर्वे शुरू हो चुका है । सभी जगह सर्वे दल गठित हो चुके है और सर्वे का काम चल रहा है। सर्वे दल में राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अमले को शामिल किया गया है।
खराब फसल लेकर पहुंचे कुणाल मंत्री भूपेंद्र बोले- सिर्फ हंगामा है
खराब फसलों को कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी विधानसभा पहुंचे। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सर्वे कराया जा रहा है। जल्द राहत राशि भी दी जाएगी। प्रभारी मंत्री किसानों के बीच में जा रहे हैं। कांग्रेस सिर्फ हंगामा कर रही है।
विधानसभा में किसने क्या कहा
- नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह: ओले से फसलें चौपट हैं और सरकार चुप है। तहसीलदारों की हड़ताल को साजिश बताते हुए उन्होंने कहा कि मुआवजा नहीं देने के लिए ऐसा कराया जा रहा है। पेपर लीक होने से बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है। बच्चों को फीस वापिस हो। उन्होंने कहा कि इन दोनों ही मामलों को लेकर कांग्रेस वाकआउट करती है।
- संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा: ये क्रोकोडाइल टियर हैं। ये अपनी राजनीति के लिए सदन का दुरुपयोग करते हैं। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह आज तक एक किसान के पास नहीं गए। ये ढोंग और नकली आंसू हैं। हमारे विधायक, मंत्रीगण खुद ओलावृष्टि में खेतों और किसानों के बीच में गए हैं।
- विधायक जयवर्धन सिंह: सदन के बाहर कहा कि किसान परेशान हैं, संकट में है लेकिन सरकार का कोई भी नुमाइंदा और मंत्री किसानों के बीच नहीं जा रहा है। न सर्वे का काम हो रहा है। हम मांग करेंगे कि किसानों का कर्ज माफ किया जाए और उन्हें उचित मुआवजा सरकार दे।