चीन ने दिया करारा झटका, भारतीय मूल के सिख उद्यमी को वर्ल्ड बैंक चीफ बनाने में अटकाया रोड़ा
चीन
जाने-माने भारतीय-अमेरिकी उद्यमी अजय बंगा (Ajay Banga) को विश्व बैंक का अध्यक्ष बनाने के लिए समर्थन देने पर चीन ने बुधवार को संदेह जताया है। उसने कहा है कि उसके लिये योग्यता के आधार पर अन्य संभावित उम्मीदवारों को समर्थन देने का विकल्प खुला है। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 63 साल के बंगा को विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिये नामित किया है। अमेरिका से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, बंगा आज चीन आने वाले हैं। इस यात्रा के दौरान वह पीपल्स बैंक ऑफ चाइना के अधिकारियों से मिलेंगे और अपनी उम्मीदवारी के लिये चीन से समर्थन मांगेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या चीन बंगा का समर्थन करेगा, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा,"हमने अमेरिका की तरफ से नामित उम्मीदवार पर गौर किया है लेकिन अन्य संभावित उम्मीदवारों के लिये भी हमारा विकल्प खुला है।"
उन्होंने कहा कि विश्व बैंक दुनिया में सबसे प्रभावशाली बहुपक्षीय विकास संस्थान है और वैश्विक गरीबी में कमी और विकास के लिहाज से काफी महत्व रखता है। वेनबिन ने कहा, "विश्व बैंक के एक प्रमुख हिस्सेदार के रूप में चीन अध्यक्ष पद के लिये एक खुली, पारदर्शी और योग्यता-आधारित चयन प्रक्रिया को लेकर सभी पक्षों के साथ काम करने के लिये तैयार है।" उन्होंने मीडिया से यह भी कहा कि उन्हें इस बारे में सक्षम प्राधिकरण से पूछना चाहिए। बाइडेन ने पिछले महीने घोषणा की थी कि अमेरिका बंगा को विश्व बैंक का नेतृत्व करने के लिए नामित कर रहा है।
अगर विश्व बैंक के निदेशक मंडल द्वारा बंगा की पुष्टि की जाती है, तो वह दो शीर्ष अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक में से किसी एक का प्रमुख बनने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी और सिख-अमेरिकी होंगे। फिलहाल, बंगा जनरल अटलांटिक में उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले, वह मास्टरकार्ड के अध्यक्ष और सीईओ थे और कंपनी को रणनीतिक, तकनीकी और सांस्कृतिक परिवर्तन के माध्यम से आगे बढ़ा रहे थे। उन्हें 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।