राहुल को मिली सच बोलने की सजा, हम डरेंगे नहीं, लड़ेंगे : मल्लिकार्जुन खरगे
नई दिल्ली
कांग्रेस ने ‘मोदी उपनाम’’ संबंधी टिप्पणी को लेकर सूरत की एक अदालत द्वारा राहुल गांधी को दो साल कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद बृहस्पतिवार को कहा कि उसके नेता को सच बोलने और सरकार के ‘काले कारनामों’ को उजागर करने की सजा मिल रही है, लेकिन राहुल बिना डरे सच बोलते रहेंगे।
उसने यह भी कहा कि वह कानून के तहत लड़ाई लड़ेगी और अदालत के इस फैसले को गुजरात उच्च न्यायालय में चुनौती देगी। अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद राहुल गांधी ने महात्मा गांधी के एक कथन को उद्धृत करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।’’
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पहले न्यायाधीशों को बदला गया….हमको पहले से अंदाजा लग रहा था, लेकिन हम कानून और न्यायपालिका में विश्वास रखने वाले हैं और कानून के तहत लड़ेंगे।’’
बाद में उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कायर, तानाशाह भाजपा सरकार राहुल गांधी और विपक्ष से तिलमिलाई हुई है क्योंकि हम उनके काले कारनामों को उजागर कर रहे हैं। जेपीसी की मांग कर रहे हैं। राजनीतिक दिवालियेपन की शिकार मोदी सरकार, ईडी, पुलिस भेजती है। राजनीतिक भाषणों पर केस थोपती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उच्च न्यायालय में अपील करेंगे।’’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘‘यह ‘न्यू इंडिया’ है, अन्याय के खिलाफ आवाज उठाओगे तो ईडी, सीबीआई, पुलिस, प्राथमिकी सबसे लाद दिए जाओगे। राहुल गांधी जी को भी सच बोलने की, तानाशाह के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने की सजा मिल रही है। देश का कानून राहुल गांधी जी को अपील का अवसर देता है, वह इस अधिकार का प्रयोग करेंगे। हम डरने वाले नहीं हैं।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि राहुल गांधी की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वह सच बोलते रहेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल गांधी जी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे। सच बोलते हुए जिये हैं, सच बोलते रहेंगे। देश के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे। सच्चाई की ताकत व करोड़ों देशवासियों का प्यार उनके साथ है।’’
पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘अब तो हालत यह हो गई है कि मोदी जी का नाम लेने से ही मानहानि हो जाती है। राहुल गांधी ने किस संदर्भ में बयान दिया था, उसे तो देखिए। ललित मोदी, नीरव मोदी, ऐसे और भी मोदी हैं, जो देश का पैसा लूटकर भाग गए, उनके बारे में उन्होंने बात की थी।’’
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने आरोप लगाया, ‘‘शाह व शहंशाह एक ऐसा हिंदुस्तान चाहते हैं जहां विपक्ष चुपचाप कोने में पड़ा रहे, जहां मीडिया इनकी धुन पर नाचे, जहां संस्थाएं इनके इशारे पर काम करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी ऐसा नहीं होने देंगे। वह सवाल पूछते रहेंगे। उन्हें हिंदुस्तान से इश्क़ है। वह हिंदुस्तान को बर्बाद नहीं होने देंगे।’’
उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने ‘‘मोदी उपनाम’’ संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें बृहस्पतिवार को दो साल कारावास की सजा सुनाई। अदालत ने राहुल गांधी को जमानत भी दे दी और उनकी सजा पर 30 दिन की रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता उसके फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती दे सकें। फैसला सुनाए जाते समय राहुल गांधी अदालत में मौजूद थे। वह आज सुबह सूरत पहुंचे।