करौली बाबा ने कहा, मैं चमत्कार नहीं करता, वो डॉक्टर पागल, इलाज कैसे करता
लखनऊ
बाबा करौली सरकार ने मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब में कहा कि जिस डॉक्टर ने मारपीट का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है, वो पागल है। अब पागलों का इलाज मैं कैसे करता। मैंने साफ कहा था कि मैं चमत्कार नहीं करता। इसके बाद भी पागलों वाली जिद करता रहा।
बाबा ने यह भी कहा कि डॉक्टर ने इस दरबार को बदनाम करने की साजिश रची थी। जो पूर्व डीजीपी एफआईआर दर्ज कराने थाने गए थे, वह सपा सरकार में रहे थे। सपा मानसिकता के लोग मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं। मेरे यहां कोई बाउंसर नहीं है। डॉक्टर के साथ अगर मारपीट हुई थी तो मुझसे शिकायत करनी चाहिए। यहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। मारपीट यहां हुई तो कैमरे में क्यों नहीं आई। हमने अपनी सुरक्षा के लिए यहां रिटायर जवानों को तैनात किया है। मैं कोई चमत्कार नहीं जानता, यह सब चिकित्सा है। पुलिस की जांच में सहयोग कर रहा। जांच हो रही है, सब सामने आ जाएगा।
ॐ और शिव किसी के पेटेंट नहीं, बोलना क्यों छोड़ूं
बाबा से पूछा गया कि क्या आप सनातन विरोधी हैं? जवाब में कहा कि ॐ और भगवान शिव किसी के पेटेंट नहीं हैं। मुझसे इसे लेकर सवाल हो रहे हैं। जब ये पेटेंट नहीं तो मैं बोलना क्यों छोड़ूं? मुझसे यह न बोलने के लिए कहा जा रहा है।
सवालों पर चढ़ा पारा तो पीया नारियल पानी
मीडिया के दनादन सवालों से बाबा का पारा चढ़ा तो नारियल का पानी पीया। कभी कहा कि मैं पागलों का इलाज नहीं करता तो कभी कहा यहां से कई पागल ठीक होकर गए हैं। इसमें वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी के बेटे का भी पागलपन एक दिन में ठीक करने का दावा किया। एक सवाल पर यह कहा कि मैं किसी की चिकित्सा नहीं करता, थोड़ी ही देर में दूसरे के सवाल पर कहा कि यहां चमत्कार नहीं होता, चिकित्सा होती है। मीडियाकर्मी कुछ और पूछते थे और बाबा का जवाब कुछ और होता।
यहां कितने मेंटली डिस्ऑर्डर हैं, जवाब आया-सभी
बाबा ने पागलों वाली बात पर माइक से वहां आए लोगों से पूछा कि यहां कितने लोग मेंटली डिस्ऑर्डर हैं, जवाब में सभी ने हाथ उठा दिया। इसके बाद पूछा कि कितने लोग खुश हैं- सभी ने हाथ उठाया। कहा कितने लोग दुखी हैं-सभी ने हाथ उठाया।