हरदा, खिरकिया, सिराली में बीजेपी के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनेंगे, टिमरनी में निर्दलीय होंगे निर्णायक
हरदा
जिले के चारों निकायों में भाजपा की शहर सरकार बनना तय माना जा रहा हैं। जिले की हरदा नगर पालिका के साथ-साथ खिरकिया एवं सिराली नगर परिषद में बीजेपी के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष बनेंगे। सिर्फ जिले की टिमरनी नगर परिषद में निर्दलीय पार्षद निर्णायक भूमिका में रहेंगे। टिमरनी में परिषद बनाने निर्दलीय पार्षदों को अपने पक्ष में करने में भाजपा जुटी हुई हैं। जिले के चारों निकायों में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद के चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई हैं।
जिले की खिरकिया एवं सिराली नगर परिषद में 6 अगस्त और हरदा तथा टिमरनी में 7 अगस्त को चुनाव होना हैं। हाल ही में जिले की तीनों जनपद पंचायत में कांग्रेस के काबिज होने से भाजपा अब नगरीय निकायों में कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती। हरदा एवं खिरकिया जनपद पंचायत में भाजपा का बहुमत होने के बाद भी क्रास वोटिंग होने से कांग्रेस अध्यक्ष बनाने में सफल हो गई। इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भी एकमात्र सदस्य होने के बावजूद अध्यक्ष पद हेतु नामांकन पत्र जमा कर कांग्रेस ने खलबली मचा चुकी हैं। जनपद एवं जिला पंचायत चुनाव के राजनैतिक घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के हौंसले बढ़ गए हैं और इसी के चलते जिले के निकायों में अध्यक्ष पद पर भी कांग्रेस बहुमत नहीं होने के बाद भी अपने प्रत्याशी खड़े कर सकती हैं। मालूम हो कि निकायों के चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से होने के चलते इस बार पार्षद अपना अध्यक्ष चुनेंगे।
हरदा नपाध्यक्ष हेतु भारती कमेडि?ा का नाम लगभग तय
जिला मुख्यालय की हरदा नगर पालिका में भाजपा पूर्ण बहुमत में है। शहर के 35 वार्डो में से 24 में भाजपा के पार्षद जीते हैं। जबकि 10 वार्डो में कांग्रेस तथा सिर्फ 1 वार्ड में निर्दलीय पार्षद हैं। ऐसे में यहां भाजपा के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनना तय हैं। हरदा नगर पालिका अध्यक्ष का पद अन्य पिछड़ा वर्ग महिला हेतु आरक्षित हैं। भाजपा से नपाध्यक्ष के लिए वार्ड-34 से पार्षद का चुनाव जीती भारती राजू कमेडि?ा का नाम लगभग तय माना जा रहा हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल द्वारा भारती कमेडि?ा के नाम की घोषणा की जा चुकी हैं। हालांकि भाजपा के प्रदेश संगठन ने नपाध्यक्ष के लिए तीन नामों के पैनल बुलावाएं हैं। जिसके चलते भारती कमेडि?ा के अलावा अध्यक्ष पद की दौड़ में आशा अमरसिंह पटेल एवं बिंदु विनोद गुर्जर के नाम भी शामिल हैं।
खिरकिया में अध्यक्ष पद हेतु जारी हैं त्रिकोणीय संघर्ष
जिले की खिरकिया नगर परिषद में अध्यक्ष पद हेतु त्रिकोणीय संघर्ष जारी हैं। खिरकिया नगर परिषद में 12 साल बाद भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला हैं। यहां 15 में से 11 वार्डो में भाजपा पार्षद जीते हैं। जबकि 3 वार्डो में कांग्रेस एवं 1 में निर्दलीय पार्षद को जीत मिली। अध्यक्ष का पद अनारक्षित महिला वर्ग के लिए आरक्षित हैं। अध्यक्ष पद हेतु भाजपा से नेहा दुआ, इंद्रजीत कौर खनूजा एवं सोनम सोनी प्रबल दावेदार हैं। इसमें से किसी एक का अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल द्वारा अध्यक्ष पद हेतु किसका नाम तय किया जाता हैं। इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ हैं।
टिमरनी में भाजपा को बहुमत, निर्दलीय पार्षदों पर टिकी हैं सभी की निगाहें
जिले की टिमरनी नगर परिषद में अध्यक्ष का पद अनारक्षित मुक्त हैं। टिमरनी के 15 वार्डो में से 8 भाजपा एवं 3 कांग्रे्रस के पार्षद हैं। जबकि 4 वार्डो में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की हैं। टिमरनी में भाजपा को पूर्ण बहुमत हैं। नप अध्यक्ष पद के लिए भाजपा पार्षद सुनील दुबे एवं देवेन्द्र भारद्धाज प्रबल दावेदार हैं। सुनील दुबे टिमरनी विधायक संजय शाह के खास हैं। वे विधायक प्रतिनिधि के तौर पर लंबे समय से जनता की सेवा कर रहे हैं। वहीं देवेन्द्र भारद्वाज लगभग एक साल पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। वे जिला र्प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के नजदीकी माने जाते हैं। श्री भारद्वाज पूर्व में टिमरनी नप अध्यक्ष रह चुके हैं। हाल ही में हरदा एवं खिरकिया जनपद पंचायत चुनाव में हुई क्रास वोटिंग के चलते यहां निर्दलीय प्रत्याशियों पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। यहां कांग्रेस भी अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी खड़ा करेगी। ऐसे में क्रास वोटिंग से भाजपा का गणित भी ऐनवक्त पर बिगड़ सकता हैं। इसलिए भाजपा ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
सिराली में अध्यक्ष पद हेतु दो महिला पार्षद प्रबल दावेदार
जिले की नवगठित नगर परिषद सिराली में अध्यक्ष का पद अनारक्षित महिला वर्ग के लिए आरक्षित हैं। सिराली के 15 वार्डो में से 11 में भाजपा, 3 में कांग्रेस एवं 1 में निर्दलीय ने जीत दर्ज की हैं। भाजपा का पूर्ण बहुमत होने से यहां भी अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का पद उसी के खाते में रहेगा। सिराली में अध्यक्ष पद हेतु अनुराधा सोमानी एवं अनिता अग्रवाल प्रबल दावेदार हैं। अंतिम समय में भाजपा यहां किसी अन्य महिला पार्षद को भी अध्यक्ष बनने का मौका दे सकती हैं।