September 29, 2024

यूपी STF ने एनकाउंटर में माफिया अतीक के बेटे असद को किया ढेर, CM योगी ने की अधिकारियों की तारीफ

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झांसी

उमेश पाल हत्याकांड के 50 दिन बाद पुलिस ने झांसी में माफिया अतीक अहमद का बेटा असद और शूटर गुलाम को एनकाउंटर में मार गिराया है। प्रयागराज शूटआउट के बाद से शुरू हुई असद और शूटर गुलाम की भागदौड़ गुरुवार को खत्म हो गई है। इससे पहले पुलिस दो और शूटरों का एनकाउंटर कर चुकी है। असद और अन्य आरोपी शूटर प्रयागराज शूटआउट से फरार चल रहे थे। इन पर पुलिस ने पांच-पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार झांसी में मारे गए असद और गुलाम उमेश पाल की हत्या करने के बाद वहां से भाग निकले थे।

प्रयागराज शूटआउट के बाद से शुरू हुई असद और शूटर गुलाम की भागदौड़ गुरुवार को खत्म हो गई है। इससे पहले पुलिस दो और शूटरों का एनकाउंटर कर चुकी है। असद और अन्य आरोपी शूटर प्रयागराज शूटआउट से फरार चल रहे थे। इन पर पुलिस ने पांच-पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार झांसी में मारे गए असद और गुलाम उमेश पाल की हत्या करने के बाद वहां से भाग निकले थे।

पारीछा डैम के इलाके में छिपे थे दोनों शूटर

बताया जा रहा है कि असद और मोहम्मद गुलाम आज झांसी में बड़ा गांव और चिरगांव थाना क्षेत्र के बीच पारीछा डैम के इलाके में छिपे बैठे थे. यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने कहा कि असद और गुलाम को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन इन्होंने STF की टीम पर फायर किया, उसके बाद एनकाउंटर में मार गिराया गया. 12 पुलिसकर्मियों की टीम ने एनकाउंटर को अंजाम दिया.

40 राउंड की फायरिंग के बाद दोनों ढेर

बताया जा रहा है कि असद और मोहम्मद गुलाम एक मोटरसाइकिल से जा रहे थे. तभी पुलिस और यूपी एसटीएप की टीम ने दोनों को रोकने की कोशिश की. इस दौरान असद और मोहम्मद गुलाम ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. दोनों ओर से करीब 40 राउंड फायरिंग हुई और दोनों शूटर असद व गुलाम को मार गिराया गया है. इनके पास से एक ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर और वॉल्थर पिस्टल मिली है.

असद और गुलाम के एनकाउंटर के बाद आजतक से बात करते हुए यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने कहा कि उमेश पाल के शूटरों की तलाश में हमारी कई टीम लगी हुई थी, हर टीम किसी न किसी एंगल पर काम कर रही थी, आज हमें सूचना मिली, जिसके बाद हुए एनकाउंटर में दो अपराधी मारे गए हैं, बाकी अपराधियों की तलाश जारी है, हम जल्द ही उनके तक पहुंच जाएंगे.

कहां कहां छुपे और झांसी कैसे पहुंचे ये?

उमेश हत्याकांड के बाद असद और गुलाम बाइक पर बैठ कर कानपुर पहुंचे. कानपुर से बस में बैठकर असद और गुलाम नोएडा डीएनडी पहुंचे. यहां दोनों उतरे और वहां पहले से मौजूद कुछ लोग दोनों को ऑटो में बैठाकर दिल्ली के संगम विहार पहुंचे. दिल्ली के संगम विहार में असद और गुलाम 15 दिन रुके थे.

दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से जावेद, खालिद और जीशान को गिरफ्तार किया. तीनों से यूपी एसटीएफ ने पूछताछ की, जिसके बाद सुराग मिला कि दिल्ली से असद और गुलाम अजमेर गए, फिर अजमेर में कुछ दिन रुके. अजमेर से दोनों झांसी पहुंचे थे. झांसी में दोनों को एनकाउंटर में मार गिराया.

कैसे असद और गुलाम तक पहुंची एसटीएफ?

पिछले दिनों ही प्रयागराज पुलिस और यूपी एसटीएफ ने झांसी से शूटरों के 2 मददगारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली थी कि झांसी में अतीक अहमद के पुराने करीबी ने असद और मोहम्मद गुलाम को पनाह दी थी. इसके बाद यूपी एसटीएफ ने झांसी के पास अपने सर्विलांस टीम को एक्टिव किया था.

उमेश पाल की मां और पत्नी ने की सीएम योगी की तारीफ

शूटर असद और गुलाम के मारे जाने पर उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की और कहा कि न्याय दिलाने वाला सबसे बड़ा होता है, सीएम योगी मेरे पिता के समान हैं, आज उन्होंने न्याय दिलाया है. वहीं उमेश पाल की मां ने कहा कि जो भी आज पुलिस ने किया है, इसी तरह सरकार करती रहे, मेरे बेटे की आत्मा को शांति मिलेगी.

असद समेत सभी शूटर समय-समय अपनी लोकेशन लगातार बदल रहे थे। पुलिस और एसटीएफ लगातार सभी आरोपियों की तलाश कर रही थी। सूत्रों से मिले इनपुट के आधार पर एसटीएफ झांसी पहुंची, जहां उन्हें असद, गुलाम और गुड्डू मुस्लिम के छिपे होने की खबर मिली थी। पुलिस और एसटीएफ ने जैसे ही इनकी घेराबंदी की तो फायरिंग शुरू हो गई।

जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने अतीक के बेटे असद और गुलाम को मार गिराया, हालांकि अभी गुड्डू मुस्लिम पुलिस के हाथ नहीं लग सका। दूरी की बात करें तो 50 दिन में असद और गुलाम महज पांच या 600 किलोमीटर ही भाग सके। हालांकि प्रयागराज से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के रास्ते झांसी की दूरी करीब 420 किलोमीटर ही है। माना जा रहा है कि इससे पहले कई जगहों पर दोनों मारे गए आरोपी अलग-अलग लोकेशनों पर डेरा जमाए हुए है। असद के नेपाल भागने की भी चर्चाएं हुईं थीं। एसटीएफ बाकी आरोपियों की भी तलाश कर रही है।

24 फरवरी को उमेश और उनके दो गनरों की हत्या कर भागे थे आरोपी

2005 में बहुजन समाज पार्टी विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, असद सहित दो बेटों, शूटर गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर पर CM योगी ने की अधिकारियों की तारीफ

उमेश पाल हत्याकांड में फरार असद अहमद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने अधिकारियों की तारीफ की. इसके साथ ही सीएम ने कानून व्यवस्था पर बड़ी बैठक बुलाई है.

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