बिहार में बदल रही है सियासी फिजा, क्या होने वाले हैं जदयू-भाजपा के रास्ते जुदा ?
पटना
बिहार में इन दिनों एनडीए गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। जनता दल यूनाइटेड के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू-भाजपा के साथ वाले सवाल पर कहा था कि भविष्य की गारंटी कौन दे सकता है। वही अब जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह (ललन सिंह) के बयान से सियासी पारा चढ़ गया है। एनडीए की आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एकजुटता के सवाल पर ललन सिंह के जवाब से बड़े संकेत मिले हैं। उन्होंने कहा कि अभी यह साफ नहीं हैं कि बिहार में जदयू आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ होगी या नहीं।
ललन सिंह के बयान से सियासी गलियारों में हड़कंप
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बयान से सियासी गलियारों में हड़कंप सा मच गया है। संभावनाओं की सियासत शुरू हो चुकी है। आपको बता दें कि हाल ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की पटना में बैठक हुई थी। इस दौरान भाजपा की तरफ 2024 का लोकसभा चुनाव और 2025 का विधानसभा चुनाव पर भाजपा-जदयू के साथ चुनाव लड़ने की बात कही गई थी। ग़ौरतलब है कि भाजपा के कई दिग्गज नेता इस बात को अकसर दोहराते नज़र आते हैं कि बिहार में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनावी मैदान में है और आगे भी रहेगी। वहीं ललन सिंह ने भाजपा के बयान को बिना नकारे कहा कि कल क्या होगा यह किसने देखा है। चुनाव के लिए हमलोग तो अभी से तैयार हो रहे हैं।
JDU-BJP के बीच सबकुछ ठीक नहीं
जदयू-भाजपा के बीच मतभेद की खबर अकसर देखने को मिल ही रही है। पिछले दिनों भाजपा के एक नेता ने बयान दिया था कि भाजपा 243 विधानसभा सीटों में से 200 सीटों चिन्हित कर लिया है। इन सीटों पर चुनाव की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। वहीं इस बयान पर जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पलटवार करते हुए कहा था कि भाजपा 243 सीटों पर क्यों नहीं तैयारी कर रही। जनता दल यूनाइटेड तो शुरू से ही सभी सीटों पर तैयारी कर रही है। सभी दल को अपने संगठन को मज़बूत करने का पूरा हक़ है। इस भाजपा-जदयू नेता अकसर बयान बाज़ी करते हुए नज़र आ जाते हैं।
भविष्य की गारंटी कोई कैसे दे सकता है- कुशवाहा
एक पत्रकार ने कुछ दिनों पहले जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से सवाल किया था कि जदयू और भाजपा 2024 तक तो साथ रहेगी ना, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि भविष्य की गारंटी कोई कैसे दे सकता है। उपेंद्र कुशवाहा की इस बयानबाज़ी के बाद सियासी पारा सारा चढ़ गया है। सियासी गलियारों में क़या,बाज़ी भी शुरू हो गई है। गौरतलब है कि पिछले दिनों जदयू नेता भी एनडीए गठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमेटि की मांग कर चुके हैं।