नर्सिंग काउंसलिंग में भारी फर्जीवाड़े के चलते करीबन 50 हजार से अधिक स्टूडेंट्स के भविष्य पर संकट में
भोपाल
नर्सिंग काउंसलिंग में भारी फर्जीवाड़े के चलते करीबन 50 हजार से अधिक स्टूडेंट्स के भविष्य पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। उन्होंने जिन कॉलेजों में एडमिशन लिए थे, उनकी मान्यता रद्द हो गई है। कुल मिलाकर प्रदेशभर के 93 नर्सिंग कॉलेज शामिल हैं। जिनकी मान्यता रद्द हुई है। इनमें भोपाल के 8 कॉलेज शामिल हैं। इन कॉलेजों को मान्यता नवीनीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था। इसमें छात्रावास, लैब के फोटो, शैक्षणिक भवन, संबद्ध अस्पताल के सभी दस्तावेज और फोटो उपलब्ध कराना था। काउंसिल ने जबलपुर हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका में नौ मई को पारित आदेश के परिपे्रक्ष्य में यह दस्तावेज मांगे थे।
रजिस्ट्रार पर आरोप
काउसिंल में भ्रष्टÑाचार का यह आलम है कि दो साल में दो रजिस्ट्रार बदली गर्इं, इन दोनों पर मान्यता देने में गड़बड़ी के आरोप लगे थे। कोरोना काल में चंद्रकला को रजिस्ट्रार बनाया गया, इन पर गलत तरीके से कॉलेजों को मान्यता देने का आरोप लगा था, इन्हें हटाकर सुनीता रिजू को बनाया गया। हाल ही में हाईकोर्ट ने भी इन्हें भी हटाने के आदेश दे दिए हैं।