नेताजी टीआई से बोले, मैं तुम्हे काम करना सिखाता हूूं कैसे काम होता है ? यह सुनते ही टीआई ने छोड़ दिया थाना
भोपाल
रातीबड़ थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह चौहान ने शुक्रवार को अचानक एक सब इंस्पेक्टर को थाना का चार्ज देकर रवानगी ले ली। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इस बात की भनक तक नहीं लगी और जब तब पता चला तब तक टीआई थाना छोड़ कर जा चुके थे। बताया जा रहा है कि राजनीतिक दखलंदाजी, थाना स्टाफ की गुटबाजी और एक विधायक द्वारा एक जमीन के मामले में एफआईआर करने को लेकर गैरजिम्मेदाराना रवैये से परेशान होकर टीआई ने यह कदम उठाया है। इससे पहले कभी भी राजधानी में ऐसा नहीं हुआ है। जानकारी के मुताबिक निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह चौहान को करीब 15 दिन पहले ही जहांगीराबाद थाना से रातीबड़ थाना का प्रभार दिया गया था। सूत्र बताते हैं कि कुछ कार्रवाई से परेशान होकर इलाके के एक मंडल स्तरीय भाजपा नेता ने उनसे मिलकर बातचीत करने का प्रयास किया था। लेकिन थाना प्रभारी ने उनसे मिलने से मना कर दिया था। थाना प्रभारी को इस बात की भनक लग गई थी कि उक्त नेता अपने राजनीतिक पकड़ का फायदा उठाकर उनसे जो काम कराना चाहते हैं, वह ठीक नहीं है।
थाना स्टाफ में भी गुटबाजी
रातीबड़ थाना में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के दो गुट सक्रिय हैं। दोनों गुट अपनी बात मनवाने के लिए थाना प्रभारी व थाने के अन्य स्टाफ पर हावी हो जाते हैं। एक कारण यह भी रहा कि थाना प्रभारी अपने ही थाने में चल रही गुटबाजी से परेशान थे।
वरिष्ठ नेता के रवैये से आहत हुए टीआई और छोड़ दिया थाना
इलाके के मंडल स्तरीय नेता ने टीआई रातीबड़ की शिकायत अपने एक वरिष्ठ नेता से कर दी थी। इसके बाद नेता जी ने टीआई से बात कर जमकर फटकार लगाई और कहा कि मैं तुम्हे काम करना सिखाता हूं, कैसे होता है काम। तुम ऐसे तो नौकरी नहीं कर पाओगे। विधायक द्वारा इस लहजे में बात करने से आहत टीआई ने तुरंत थाना छोड़ने का निर्णय ले लिया। दरअसल विधायक एक जमीन के मामले में एफआईआर करने के लिए टीआई पर दबाव बना रहे थे।