सास-ससुर इलाज कराने गए थे न्यूयार्क, वापस लौटे तो पुत्रवधू ने बंद कर दिए घर के दरवाजे
गाजियाबाद
इलाज के लिए तीन साल पहले न्यूयार्क गए एक बुजुर्ग को वहां से लौटने पर पुत्रवधू ने घर में घुसने से रोक दिया है। आरोप है कि ऐसा प्रापर्टी पर कब्जे की नीयत से किया गया है। बुधवार को बुजुर्ग ने मामले की शिकायत जिला समाज कल्याण अधिकारी अमरजीत सिंह से की है। उनकी मांग है कि घर में उनको प्रवेश दिलाया जाए, जिससे कि इधर-उधर न भटकना पड़े। चेतावनी दी है कि यदि प्रवेश नहीं मिला तो वह फ्लैट के बाहर ही दरी बिछाकर रहने लगेंगे।
सूर्यनगर निवासी 65 वर्षीय कवल नैन निश्चल के तीन बेटे क्रमश: राजीव, राहुल और निशांत हैं, बड़ा बेटा राजीव न्यूयार्क में रहता है। कवल ने बताया कि चार साल पहले उन्होंने अपने छोटे बेटे निशांत की शादी फरीदाबाद की रिद्धिमा से की थी। मैट्रीमोनियल साइट के जरिए उनका परिवार रिद्धिमा के संपर्क में आया था। इसके बाद वह तीन साल पहले अपने बेटे राजीव के पास पत्नी नीलम के साथ घूमने गए थे, वहां उन्होंने स्वास्थ्य खराब होने पर चेकअप कराया तो पता चला कि कैंसर से पीड़ित हैं, न्यूयार्क में ही उन्होंने उपचार कराया और हाल ही में वहां से वापस लौटे तो रिद्धिमा ने उनको घर में घुसने से राेक दिया, दरवाजे को अंदर से बंद कर लिया।
जबकि जिस फ्लैट में वह रहती है वह फ्लैट कवल और उनके मंझले बेटे राहुल के नाम पर है, बावजूद इसके मिन्नतें करने पर भी उनको घर में प्रवेश नहीं करने दिया। घर में प्रवेश न मिलने पर पांच दिन उनको होटल में बिताने पड़े, अब रिश्तेदारों के घर शरण लेकर रह रहे हैं।
पत्नी से अलग रहता है पति
कवल ने बताया कि शादी के बाद घरेलू कलह होने के करण उनका बेटा निशांत भी पत्नी से अलग दिल्ली स्थित कड़कड़डूमा इलाके में किराए पर रह रहा है। अमरजीत सिंह (जिला समाज कल्याण अधिकारी) का कहना है कि बुजुर्ग ने अपने ही घर में प्रवेश न मिलने की शिकायत की है। दोनों पक्षों को समझाकर विवाद को खत्म करने और बुजुर्ग को घर में प्रवेश दिलाने का प्रयास किया जाएगा।